Bharat Jodo Yatra : राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा अपने आखिरी पड़ाव जम्मू कश्मीर में गुरुवार को दाखिल होने वाली है, लेकिन उससे पहले कश्मीर में राहुल द्वारा झंडा फहराने को लेकर घमासान हो गया है. कांग्रेस ने लाल चौक में झंडा फहराने को बीजेपी और आरएसएस का एजेंडा करार दिया है तो वहीं बीजेपी ने करारा जवाब देते हुए कहा है कि लाल चौक को कांग्रेस के साथ नेशनल कांफ्रेंस और पीडीपी ने अलगाववाद का सिब्बल बनाया था, उसे ध्वस्त कर दिया इसलिए वो लाल चौक में झंडा फहराने में असहज महसूस कर रहे हैं.
जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के प्रभारी और सांसद रजनी पाटिल ने कहा कि ये कोई राजनीतिक यात्रा नहीं है. राहुल गांधी पहले दिन से बोल रहे हैं कि मैं झंडा श्रीनगर में फहराऊंगा. हमारा कार्यालय ही लाल चौक में है. लाल चौक का नरेटिव RSS और बीजेपी ने सेट किया है और लोगों के गले में उतर दिया है. हमारे मन में कुछ नहीं है लाल चौक या 26 जनवरी, हम हर रोज झंडा लहराएंगे. गुपकर एलायंस के राहुल गांधी के साथ यात्रा में शामिल होने पर पाटिल ने कहा जिनके विचार राहुल गांधी के विचारों के साथ मिलता जुलता है, जो हमारी आइडियोलॉजी के साथ मिलते जुलते हैं, जिनके झंडे के ऊपर श्रद्धा है वो सब यात्रा में शामिल हो सकते हैं.
भाजपा के प्रवक्ता सुनील शेट्टी ने कहा कि कांग्रेस लाला चौक में झंडा इसलिए नहीं फहराना चाहती है, क्योंकि लाल चौक को इन्होंने अलगाववाद का सिंबल बनाया हुआ था. 1947 के बाद से ही नेशनल कांफ्रेंस और कांग्रेस ने मिलकर लाल चौक को अलगाववाद का सिंबल बनाकर रख दिया कि वहां अलगाववादी एक्टिविटी होगी. भारत विरोधी नारे वहां लगते रहे. आज ये डरते हैं कि हमने कश्मीर में जो अलगाववाद के सिंबल खड़े किए आज वो ध्वस्त हो रहे हैं. लेकिन उससे कोई फर्क नहीं पड़ेगा. लाल चौक में हमेशा तिरंगा झंडा फराया जाएगा. लाला चौक में झंडा फहराना के साफ संकेत है कि हमने अलगाववाद के सारे सिंबल को ध्वस्त किया है. नेशनल कांफ्रेंस, पीडीपी और कांग्रेस लाला चौक में झंडा फहराने को लेकर असहज महसूस कर रही है, इसलिए लाला चौक को नजर अंदाज करना चाहते हैं.
भाजपा के प्रवक्ता सुनील शेट्टी ने कहा कि अगर आप यात्रा लेकर आए हैं तो कुछ सवालों के जवाब भी देने चाहिए. हम तो ये पूछ रहे हैं कि जब 1947 में महाराजा विलय करना चाहते थे तो आपने नहीं माना और उसमें कंडीशन लगाई कि जब शेख अब्दुल्ला आएंगे तब विलय होगा. उसका नतीजा ये हुआ कि जम्मू कश्मीर का एक बड़ा हिस्सा पाकिस्तान के नाजायज कब्जे में चला गया. आपने हमेशा से भारत को तोड़ने का काम किया है. तोड़ने वाले आज जोड़ने की बात कहा से करते हैं.
Source : Shahnwaz Khan