जम्मू कश्मीर में टेरर फंडिंग मामले में Bitcoin की एंट्री हुई है. NIA की तर्ज पर बनी जम्मू कश्मीर स्टेट इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (SIA)ने बुधवार को इस मामले में कुपवाड़ा, बारामूला और पूंछ के साथ अलग-अलग इलाकों में रेड की है. रेड में कई इलेक्ट्रॉनिक उपकरण, मोबाइल, सिम कार्ड और दस्तावेज बरामद किए हैं. बरामद की गई चीजों का विश्लेषण किया जा रहा है. ये रेड श्रीनगर काउंटर इंटेलिजेंस पुलिस स्टेशन में दर्ज FIR को लेकर चल रही इन्वेस्टिगेशन में Bitcoin के इस्तेमाल को लेकर मिली लीड के बाद हुई है.
पाकिस्तान में बैठे मास्टरमाइंड की पहचान
स्टेट इन्वेस्टिगेशन एजेंसी इस मामले में पाकिस्तान में बैठे मास्टर माइंड की पहचान करने में कामयाब हुई है. जो पाकिस्तान एजेंसी ISI और आतंकी संगठनों के इशारे पर Bitcoin के जरिए अपने एजेंट्स को पैसा भेजने का काम कर रहा था. इस पैसे का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों और जम्मू कश्मीर में अशांति फैलाने के लिए किया जाना था. SIA के मुताबिक Bitcoin के पैसे का ट्रांसफर जम्मू-कश्मीर के बाहर के अकाउंट के जरिए किया जा रहा था.
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जब्त चीजों का विश्लेषण
इस खुलासे के बाद SIA अब रेड के दौरान जब्त की गई चीजों का विश्लेषण कर रही है. जिसके बाद इस मामले में गिरफ्तारियां की जा सकती है. इसके साथ ही SIA इस पूरे नेटवर्क को खंगालने में लगी है ताकि इस पर रैकेट का पर्दाफाश किया जा सकता है.
HIGHLIGHTS
- जेके टेरर फंडिंग केस में अहम मोड
- बिटकॉइन के जरिए होती थी फंडिंग
- पाकिस्तान में बैठे मास्टरमाइंड की पहचान