जम्मू कश्मीर विधानसभा भंग होने के एक दिन बाद बीजेपी के महासचिव राम माधव ने नेशनल कांफ्रेंस (NC) और पीडीपी (PDP) पर बड़ा हमला बोला. उन्होंने कहा, पीडीपी और नेशनल कांफ्रेंस ने जम्मू कश्मीर में निकाय चुनावों का बहिष्कार इसलिए किया, क्योंकि उन्हें सीमा पार से ऐसा करने के लिए निर्देश मिले थे. राम माधव ने कहा, लगता है सीमा पार से दोनों दलों को ताजा निर्देश मिले थे कि वे एक साथ आएं और मिलकर सरकार बनाएं.
#WATCH: BJP national general secretary Ram Madhav says on dissolution of J&K assembly, "PDP & NC boycotted local body polls last month because they had instructions from across the border. Probably they had fresh instructions from across the border to come together & form govt." pic.twitter.com/wNjGSFmJbc
— ANI (@ANI) November 22, 2018
Only Governor can answer why Guv home's fax is not working. Only he should answer. But this is lame excuse on the part of Madam Mehbooba. In letter, she never claimed that she will form the govt, she said I'll come & see you & stake the claim. It was all a drama: Ram Madhav, BJP pic.twitter.com/4mzLYp1QTX
— ANI (@ANI) November 22, 2018
गवर्नर हाउस के फैक्स मशीन के बारे में राम माधव ने कहा, इस बारे में राज्यपाल ही उत्तर दे सकते हैं. राम माधव पीडीपी की नेता महबूबा मुफ्ती को लेकर कहा, पत्र में उन्होंने सरकार बनाने का दावा नहीं किया था. राम माधव के अनुसार, महबूबा ने पत्र में गवर्नर से कहा था, मैं आपसे मिलने आ रही हूं और सरकार बनाने का दावा पेश करूंगी. राम माधव ने महबूबा मुफ्ती के कदम को एक नाटक बताया.
बता दें कि एक दिन पहले बुधवार को जम्मू कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने विधानसभा को भंग कर दिया था. विधानसभा भंग होने से पहले महबूबा मुफ्ती ने सरकार बनाने का दावा किया था. महबूबा मुफ्ती के बाद बीजेपी के समर्थन से पीपुल्स कांफ्रेंस के नेता सज्जाद लोन ने भी सरकार बनाने का दावा पेश कर दिया था. इसके कुछ ही घंटे बाद राज्यपाल ने विधानसभा को भंग कर दिया था. राज्यपाल का तर्क था कि कई माह से सभी पार्टियां विधानसभा भंग करने की मांग कर रही थीं. अब जब विधानसभा भंग हो गया तो सभी दल हायतौबा मचा रहे हैं. उन्होंने कहा, मैंने जम्मू कश्मीर के जनता के हित में फैसला लिया है.