जम्मू कश्मीर के किश्तवार स्थित एक पहाड़ी इलाके दच्छन में बादल फटने की घटना सामने आई है. बादल फटने से करीब 3 दर्जन से ज्यादा लोग लापता हो गए हैं. लापता लोगों की तलाश जारी है. लेकिन वहां के लोगों इससे और भी कई नुकसान हुए है. जिससे लोगों में अफरा-तफरी मची हुई है. बादल फटने की यह घटना लगभग सुबह 4.30 बजे के आसपास हुई. घटनास्थल की ओर पुलिस और सेना की पार्टियां निकल चुकी हैं और लोगों के राहत-बचाव के लिए भी प्रयास किए जा रहे हैं. इन इलाकों के प्रशासन की पहुंच से दूर होने के कारण यहां के लोगों से संपर्क करने में प्रशासन को काफी मुश्किल हो रही है. किश्तवार के अलावा डोडा क्षेत्र में भी चेनाब का पानी खतरे के निशान से काफी ऊपर बह रहा है. फिलहाल प्रशासन अभी लोगों के घरों को खाली करवाने और अन्य राहत-बचाव कार्यों में लगी हुई है.
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इस हादसे में अभी तक चार लोगों के मौत की पुष्टि की गई है. साथ ही किश्तवार के होन्जार गांव में 8-9 घरों को भी काफी नुकसान पहुंचा है. इस मामले में केंद्रीय मंत्री जितेन्द्र सिंह ने कहा कि अभी 30-40 लोग लापता हैं, जिन्हें खोजने व राहत-बचाव के लिए SDRF और सेना की मदद ली गई है. अब घटना में घायलों को सुरक्षित वापस लाने के लिए भारतीय वायु सेना से भी किया गया संपर्क. ये जानकारी कश्मीर के डेप्युटी कमिश्नर ने दी.
SDRF, सेना व एयरफोर्स संयुक्त रूप से कर रही हैं राहत-बचाव कार्य
किश्तवाड़ से एसडीआरएफ की टीम मौके पर पहुंच गई है, जबकि जम्मू, उधमपुर और श्रीनगर से टीमों को घटनास्थल तक एयरलिफ्ट करने के लिए मौसम बाधा बना हुआ है. जिला उपायुक्त के अनुसार हुंजर के अलावा लंबार्ड क्षेत्र में दो और बादल फटे हैं. होमगार्ड, सिविल डिफेंस और एसडीआरएफ के पुलिस महानिदेशक वीके सिंह ने कहा कि 60 परिवारों को घर खाली करवाकर सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट किया गया है. रेस्क्यू टीमें मौके पर हैं, जबकि कई अन्य टीमों को भी रेस्क्यू ऑपरेशन स्थल तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है. मौसम विभाग ने आने वाले दिनों में भारी बारिश की भविष्यवाणी की है, नदियों और नालों में जल स्तर बढ़ने की उम्मीद है, जो नदियों, नालों, जल निकायों और स्लाइड-प्रवण क्षेत्रों के पास रहने वाले निवासियों के लिए खतरा पैदा कर सकता है.
HIGHLIGHTS
- जम्मू कश्मीर के किश्तवार में बादल फटा
- बादल फटने से 7 मौतें, कई लापता
- चेनाब का पानी खतरे के निशान से काफी ऊपर