जम्मू -कश्मीर के मुख्यमंत्री का कार्यभार संभालते ही अगले दिन उमर अब्दुल्ला ने गुरुवार को किश्तवाड़ जिले के मुलवारवान गांव का दौरा किया, जहां हाल ही में अधिकांश हिस्सा लगी भीषण आग में जलकर खाक हो गया था. उपमुख्यमंत्री सुरिंदर चौधरी के साथ उमर ने गुरुवार को नुकसान का जायजा लिया और आग पीड़ितों से बातचीत की.
गांव में पत्रकारों से बातचीत में मुख्यमंत्री ने कहा, "लोगों तक पहुंचना और उन्हें यह बताना मेरी जिम्मेदारी है कि इस मुश्किल समय में वे अकेले नहीं हैं. उनकी मदद करना और उनका पुनर्वास करना हमारी जिम्मेदारी है." सीएम ने आग से प्रभावित उन लोगों से मुलाकात की, जिनके करीब 80 परिवार बेघर हो गए हैं.
बता दें कि घटना वाले दिन अग्निशमन और आपातकालीन सेवा विभाग को सुदूर गांव तक पहुंचने में घंटों लग गए थे. हालांकि, आग पर स्थानीय निवासियों ने खुद ही काबू पा लिया, जिनमें से कई ने आग को फैलने से रोकने के लिए अपने घरों को गिरा दिया था.
गांव का सीधा संपर्क नहीं
दरअसल, जम्मू संभाग में स्थित इस गांव का किश्तवाड़ जिला मुख्यालय से सीधा संपर्क नहीं है. उमर ने बताया कि कश्मीर घाटी के पड़ोसी अनंतनाग जिले से दमकल गाड़ियां लानी पड़ीं और उन्हें गांव तक पहुंचने में 6.30 घंटे लग गए थे.
स्थापित किए जाएंगे अग्निशमन केंद्र
सीएम ने घोषणा की कि मारवाह और वारवान में अग्निशमन केंद्र स्थापित किए जाएंगे, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा होने पर समय पर मदद सुनिश्चित की जा सके. उमर ने कहा कि यह पहली बार नहीं है कि इलाके में आग लगी हो. उन्होंने कहा, "हर बार हम पीड़ितों का पुनर्वास करते हैं, लेकिन कुछ सालों बाद वे फिर से ऐसे हादसों में अपना सब कुछ खो देते हैं."
पीएम आवास योजना से लेंगे मदद
मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला ने यह भी आश्वासन दिया कि सरकार क्षेत्र में विशेष भर्ती अभियान चलाएगी. उन्होंने इलाके में मोबाइल कनेक्टिविटी की कमी पर भी दुख जताया. उन्होंने कहा, "यहां मोबाइल फोन केवल कैमरों के लिए ही उपयोगी हैं.' उन्होंने घोषणा की कि सरकार अग्नि पीड़ितों के पुनर्वास के लिए हरसंभव सहायता प्रदान करेगी तथा कहा कि उन्हें अपने मकान बनाने के लिए प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत वित्तीय सहायता भी प्रदान की जाएगी.
सीएम ने स्थानीय विधायक प्यारे लाल शर्मा द्वारा सौंपे गए मांग पत्र का हवाला दिया. उन्होंने आश्वासन दिया कि उनकी सरकार क्षेत्र में सुरंग के निर्माण के लिए विस्तृत परियोजना रिपोर्ट तैयार करेगी. इसके बाद किश्तवाड़ जिला मुख्यालय के साथ पूरे वर्ष संपर्क सुनिश्चित करने के लिए केंद्र से बात करेगी. उन्होंने यह भी आश्वासन दिया कि सरकार क्षेत्र में विशेष भर्ती अभियान चलाएगी.