जम्मू-कश्मीर में जहां एक तरफ ईद का त्योहार धूम-धाम से मनाया जा रहा है। वहीं दूसरी तरफ पत्थरबाज अपनी हरकत से बाज नहीं आ रहे।
सोमवार को जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में नमाज के बाद केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) कैंप पर पत्थरबाजी की गई। पत्थरबाजों को नियंत्रित करने के लिए सुरक्षाबलों को आंसू गैस के गोले छोड़ने पड़े।
पुलिस ने कहा कि अनंतनाग, सोपोर, कुलगाम, पुलवामा और पट्टन शहरों में सुरक्षा बलों और पत्थरबाजों के बीच हिंसक झड़पें हुईं। जिसमें 10 प्रदर्शनकारी घायल हो गए।
बारामुला जिले के सोपोर और पट्टन शहरों में भी ईद की नमाज के बाद झड़पों की खबरें मिली हैं। एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी ने कहा, 'सुरक्षा बल इन स्थानों पर पत्थरबाजों से निपटने के लिए अत्यधिक सावधानी बरत रहे हैं।'
घाटी में अन्य स्थानों पर ईद की नमाज शांतिपूर्ण ढंग से सम्पन्न हुई। मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने उच्च सुरक्षा वाले सोनावार इलाके की एक मस्जिद में ईद की नमाज अदा की।
घाटी में हजरतबल मस्जिद और अन्य मस्जिदों में बड़ी संख्या में श्रद्धालु ईद की नमाज अदा करते देखे गए।
सुरक्षा कारणों से कई मंत्रियों, शीर्ष असैन्य और पुलिस अधिकारियों ने जिला पुलिस लाइन्स मस्जिद में सुबह 6.30 बजे नमाज अदा की।
गृहमंत्री राजनाथ सिंह ने राज्य में शांति की दुआ की है। उन्होंने ईद की बधाई देते हुए कहा 'मैं अपने कश्मीरी भाइयों, बहनों और प्यारे बच्चों को दिल से ईद की मुबारकबाद देता हूं। मेरा भरोसा है कि मानवता और अच्छाई का यह त्योहार शांति, भाईचारा और खुशियां लेकर आएगा।'
आपको बता दें कि जम्मू-कश्मीर में पिछले एक साल से अशांति है। अफवाहों से बचने के लिए कश्मीर घाटी में मोबाइल इंटरनेट सेवाएं (3जी/4जी) भी निलंबित कर दी गई हैं।
आतंकवादियों ने शनिवार को श्रीनगर-जम्मू राष्ट्रीय राजमार्ग पर केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के वाहन पर हमला किया था, जिसमें सीआरपीएफ के एक उपनिरीक्षक शहीद हो गए थे। आतंकी बाद में स्कूल में छिप गये जिसे बचाने के लिए लोगों ने सुरक्षाबलों पर पत्थरबाजी शुरू कर दी।
22 जून को पुलिस उपाधीक्षक मोहम्मद अयूब पंडित की भीड़ ने श्रीनगर में जामिया मस्जिद के बाहर पीट पीटकर मार डाला था। वह ड्यूटी पर तैनात थे।
श्रीनगर में जामिया मस्जिद के बाहर भीड़ द्वारा एक वरिष्ठ पुलिस अधिकारी की हत्या किए जाने के मद्देनजर जम्मू एवं कश्मीर पुलिस ने रविवार को सभी सुरक्षाकर्मियों को परामर्श जारी किया है कि वे सार्वजनिक जगहों पर ईद की नमाज अदा करने से बचें। परामर्श में कहा गया है कि सुरक्षाकर्मी सुरक्षित जगहों पर ही ईद की नमाज अदा करें।
यह चेतावनी राज्य के सभी पुलिस थानों, जम्मू एवं कश्मीर पुलिस की सभी शाखाओं, सेना की 15वीं कोर, भारत-तिब्बत सीमा पुलिस, सश सीमा बल (एसएसबी), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) और केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) को भेजी गई है।
परामर्श में कहा गया है, 'कार्य क्षेत्र में तैनात अपने सभी अधीनस्थों को निर्देश दें कि वे सुनसान जगहों या आम मस्जिदों या ईदगाहों में ईद की नमाज अदा करने न जाएं।'
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(इनपुट IANS से भी)
HIGHLIGHTS
- जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में नमाज के बाद सीआरपीएफ कैंप पर पत्थरबाजी
- सुरक्षाबलों ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े
Source : News Nation Bureau