जम्मू के अलग-अलग इलाकों में पिछले कुछ दिनों से लगातार हो रही बारिश के चलते साम्बा के रामगढ़ सेक्टर में भारत-पाकिस्तान के बीच बहने वाली बसंतर नदी उफान पर है. बसंतर के उफान ने मलुचक इलाके में बीएसएफ के बंद का एक हिस्सा पूरी तरह तबाह कर दिया. बरसात के चलते आई बाढ़ ने बीएसएफ की 200 मीटर फेंसिंग को गिरा दिया है. जिसके बाद बीएसएफ की 2 BOP के साथ कई नाका पॉइंट पर बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है. बीएसएफ के मुताबिक पिछले काफी समय से बंद का हिस्सा काफी कमज़ोर हो गया था. जिसकी सूचना सरकार को 4 महीने पहले ही दे दी गयी थी. बावजूद इसके जम्मू-कश्मीर सरकार द्वारा इसकी मरमत को लेकर कोई कदम नही उठाया गया. 2 दिन पहले अचानक हुई बारिश से बसंतर नदी का बहाव बढ़ गया.
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बीएसएफ द्वारा लगाई गयी फेंसिंग को भारी नुकसान पहुंचाया
उसने सीमा पर बीएसएफ द्वारा लगाई गयी फेंसिंग को भारी नुकसान पहुंचाया. गनीमत ये रही की बंद के साथ लगा बीएसएफ का नाका पॉइंट इसकी चपेट में नहीं आया. जहां बीएसएफ के 2 जवान तैनात थे. वहीं फेंसिंग के इस हिस्से के टूटने से 15 अगस्त से पहले बीएसएफ की चुनोती और भी ज्यादा बढ़ गयी है. रामगढ़ में बसंतर नदी का ये वो ही इलाका है, जहां से पाकिस्तान की तरफ से आतंकी कई बार घुसपैठ की कोशिश कर चुके हैं और बीएसएफ उन कोशिशों को नाकाम भी कर चुकी है. बीएसएफ के पास इस तरह के पुख्ता इनपुट है कि बॉर्डर पर आतंकी लॉन्च पैड एक्टिव है और 15 अगस्त के मद्देनजर हमले की साजिशें भी रच रहे हैं. ऐसे में फ्लड से तबाह हुई फेंसिंग के इस इलाके में जवानों की तादाद भी बढ़ा दी गयी है जो दिन और रात इस इलाके की निगरानी कर रहे हैं.
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ड्रोन के जरिये पूरे इलाके की रेकी की जा रही
इस इलाके में बीएसएफ की पेट्रोलिंग भी लगातार गश्त करती नज़र आ रही है. साथ ही ड्रोन के जरिये पूरे इलाके की रेकी की जा रही है. बीएसएफ के जवान नदी से सटे अलग-अलग इलाकों में ड्रोन के जरिये पाकिस्तान की तरफ से होने वाली हर हरकत पर नज़र रख रहे हैं. वहीं बसंतर नदी में बाढ़ का खतरा बीएसएफ के इलावा सरहद से सटे गांव वालों को भी डरा रहा है. गांव वालों के मुताबिक रामगढ़ सेक्टर के 7 गांव कभी भी इस बंद टूटने के चलते फ्लड की चपेट में आ सकते हैं. जिससे हज़ारों हेक्टर जमीन के तबाह होने का भी खतरा है. ऐसे में गांव वाले घबराए हुए हैं और सरकार से मदद की गुहार लगा रहे है.