पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख महबूबा मुफ्ती (mehbooba mufti) ने रविवार (20जनवरी) को आरोप लगाया कि जम्मू क्षेत्र में गुज्जर और बकरवाल समुदायों को चुनिंदा तरीके से राज्यपाल के नाक के नीचे निशाना बनाया जा रहा है. महबूबा मुफ्ती ने कहा, 'जब हमारी सरकार गिर गई, तब कई लोगों को अपना घर खाली करने के लिए नोटिस मिला. अब भी अतिक्रमण के नाम पर कई परिवारों को उनके घर से बाहर निकाल दिया जा रहा है.'
जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री ने चेतावनी दी कि यदि इस मुद्दे का राज्यपाल सत्यपाल मलिक नीत प्रशासन ने हल नहीं किया तो इसके खतरनाक परिणाम होंगे.
महबूबा ने यहां संवाददाताओं से कहा, ‘'दुर्भाग्य से राज्यपाल की नाक के ठीक नीचे जम्मू में गुज्जर और बकरवाल को चुनिंदा तरीके से निशाना बनाया जा रहा है. वहीं, राज्यपाल का प्रशासन इसका संज्ञान नहीं ले रहा है.’
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पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पिछले साल उन्होंने इस मुद्दे को राज्यपाल के समक्ष उठाया था.
दरअसल, अतिक्रमण के नाम पर चुनिंदा तरीके से गुज्जर और बकरवाल समुदाय के लोगों के कुछ मकानों को खाली करने का नोटिस दिया गया था. उन्होंने बताया कि राज्यपाल ने उन्हें भरोसा दिलाया था कि इन मकानों को, खासतौर पर सर्दियों में नहीं छुआ जाएगा. लेकिन अतिक्रमण के नाम पर और पशुओं की तस्करी के बहाने उन्हें सताया जा रहा है.
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महबूबा ने यह भी आरोप लगाया कि जम्मू क्षेत्र में रह रहे मुसलमानों को 1947 जैसी स्थिति की धमकी दी जा रही है, जब सांप्रदायिक दंगे हुए थे. उन्होंने किसी का नाम लिए बगैर कहा कि जम्मू में कुछ ऐसी ताकतें हैं जो पिछले साल कठुआ में एक बकरवाल बच्ची से हुए कथित बलात्कार की घटना जैसी डर की भावना लोगों के मन में डालने की कोशिश कर रहे हैं.
Source : News Nation Bureau