जम्मू कश्मीर (Jammu Kashmir) के राज्यपाल सत्यपाल मलिक (Satya Pal Malik) ने जम्मू कश्मीर को लेकर एक बड़ी बात कह दी है. राज्यपाल मलिक का मानना है कि जम्मू कश्मीर से आतंकवाद अगर कम हुआ है तो उसमें ऑपरेशन ऑल आउट और सशस्त्र बलों के द्वारा की गई कार्रवाई का बड़ा योगदान है. 15 अगस्त 2019 को राज्यपाल श्रीनगर के शेर-ए-कश्मीर स्टेडियम में तिरंगा फहराया.
ध्वजारोहण के बाद उन्होंने अर्धसैनिक बलों और जम्मू-कश्मीर पुलिस की परेड का निरीक्षण किया. इसके बाद राज्य को संबोधित करते हुए राज्यपाल ने कहा कि केंद्र के फैसले के बाद लोगों को अपनी पहचान को लेकर चंतित होने की जरूरत नहीं है.
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राज्यपाल मलिक ने कहा कि सरकार की नीति आतंकवाद को कतई बर्दाश्त नहीं करने की है और सशस्त्र बलों की सतत कार्रवाई से आतंकवादियों ने हार मान ली है। मलिक ने कहा कि आतंकवादियों की भर्ती और जुमे की नमाज के बाद पत्थराव की घटनाओं में भारी कमी आई है और अब इस तरह की घटनाएं बिल्कुल न के बराबर हो गई है। इस बीच, संविधान के अनुच्छेद-370 के तहत राज्य को मिला विशेष दर्जा खत्म करने के मद्देनजर यहां प्रतिबंध लागू रहा।
जम्मू-कश्मीर प्रशासन के प्रधान सचिव रोहित कंसल ने बताया कि बुधवार को श्रीनगर सहित कश्मीर के विभिन्न हिस्सों में प्रतिबंधों में ढील दी गई। हालांकि,घाटी में कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए कुछ प्रतिबंध जारी हैं।
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अधिकारी ने बताया कि पांच अगस्त को जम्मू-कश्मीर का विशेष दर्जा समाप्त करने के बाद से कश्मीर में शांति बनी हुई है। इसलिए सरकार ने कई इलाकों में लागू निषेधाज्ञा में ढील दी है।
HIGHLIGHTS
- राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने जम्मू कश्मीर के लिए कही ये बात.
- इस वजह से आतंकवाद को काबू करने में मिली मदद.
- फिलहाल जम्मू कश्मीर में हैं शांति का माहौल.