जम्मू और कश्मीर को विशेष राज्य का दर्जा देने वाले अनुच्छेद 370 के हटाए जाने के बाद से वहां की कई राजनीतिक पार्टीयों को हिरासत में ले लिया गया था. इसमें कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (PDP) की प्रमुख महबूबा मुफ्ती भी शामिल है. गिरफ्तारी के बाद से ही मुफ्ती सोशल मीडिया का भी उपयोग नहीं कर पा रही थी. लेकिन करीब 46 दिन बाद अब उनका ट्विटर एक्टिव हो गया है.
ये भी पढ़ें: मेरे साथ अपराधियों जैसा किया जा रहा है बर्ताव, महबूबा मुफ्ती की बेटी ने जारी किया वॉयस मैसेज
दरअसल, महबूबा का ट्विटर अकांउट से शुक्रवार को ट्वीट शुरू हो गया और इसे उनकी बेटी इल्तिजा इसे संचालित कर रही हैं. इल्तिजा ने एक ट्वीट कर घोषणा की, 'जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती, जिनका यह ट्विटर हैंडल है, उन्हें पांच अगस्त, 2019 को नजरबंद किया गया है. इस हैंडल को महबूबा मुफ्ती की इजाजत से अब मैं संचालित करूंगी.'
I, Iltija emailed the Home Secretary of GOI & Home Secretary of J&K on 18th September seeking certain information for my mother, Ms Mufti. I am still awaiting a response. 👇🏻 pic.twitter.com/ZtjFodUMEV
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) September 20, 2019
यह घोषणा इस महीने की शुरुआत में सुप्रीम कोर्ट द्वारा इल्तिजा को अपनी मां से श्रीनगर में मिलने की अनुमति दिए जाने के बाद आई है. एक अन्य ट्वीट में उन्होंने एक पत्र संलग्न किया, जिसे उन्होंने शीर्ष अधिकारियों को अपनी मां के बारे में जानकारी मांगते हुए लिखा है. लेकिन वह दो दिन बाद भी जवाब का इंतजार कर रही हैं.
इल्तिजा ने ट्वीट किया, 'मैंने भारत सरकार के गृह सचिव व जम्मू-कश्मीर के गृह सचिव को 18 सितंबर को अपनी मां महबूबा मुफ्ती के बारे में जानकारी के लिए ईमेल किया. मैं अभी भी जवाब का इंतजार कर रही हूं.'
जम्मू-कश्मीर की पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की अध्यक्ष की बेटी ने 18 सितंबर को चेन्नई से लिखे एक पत्र में शिकायत की कि महबूबा मुफ्ती को परिवार के लोगों के अलावा किसी भी अन्य से मिलने की इजाजत नहीं दी गई. इल्तिजा ने पत्र में लिखा है कि वह अपनी मां से बीते सप्ताह कुछ समय के लिए मिलीं.
और पढ़ें: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के लिए रवाना, ऐसा होगा पीएम का 7 दिनों का दौरा
बता दें कि जम्मू-कश्मीर की पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने सरकार से बच्चों और महिलाओं सहित पांच अगस्त के बाद हिरासत में लिए गए लोगों की जानकारी मुहैया कराने को कहा है. इसके साथ ही मुफ्ती ने राज्य के बाहर जेलों में बंद लोगों का भी ब्योरा मांगा है. अनुच्छेद 370 हटने के बाद नजरबंद महबूबा ने अपनी बेटी इल्तिजा के माध्यम से यह पत्र केंद्रीय गृहसचिव और जम्मू-कश्मीर के सचिव को भेजा है.
इल्तिजा ने पत्र में कहा कि मेरी मां को 5 अगस्त की शाम से हिरासत में रखा गया है. मैं पिछले हफ्ते कुछ मिनट के लिए उनसे मिली थी. इस दौरान मेरी मां ने राष्ट्रपति द्वारा जारी सांविधानिक आदेशों और पुनर्गठन कानून पारित होने के बाद हुई गिरफ्तारियों और हिरासत में लोगों को रखने पर चिंता जताई है.
वहीं इल्तिजा ने पत्र में लिखा है कि नजरबंदी की अवधि के दौरान महबूबा मुफ्ती को समाचार पत्र तक नहीं उपलब्ध है और पार्टी के किसी सदस्य या स्टाफ से उन्हें कोई राजनीतिक जानकारी नहीं प्राप्त हुई. उन्होंने कहा कि वह कोई राजनेता नहीं हैं.