जम्मू एवं कश्मीर पुलिस ने आतंकवादी और अभियुक्त संगठन हिजबुल मुजाहिदीन के तीन आतंकवादी सहयोगियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल किया है. अधिकारियों ने यह जानकारी गुरुवार को दी. पुलिस ने कहा कि 14 सितंबर, 2020 को एक घटना से संबंधित एक आरोपपत्र दखिल किया गया है, जब गांदरबल पुलिस ने सेना के साथ मिलकर एक हिजबुल मुजाहिदीन मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया था और तीन आतंकवादी सहयोगियों को गिरफ्तार किया था. इन पर आतंकवादी गतिविधियों के लिए आपराधिक साजिश रचने, आतंकवादियों को शरण देने और अभियुक्त आतंकवादी संगठनों को समर्थन देने का आरोप है.
पुलिस ने कहा, "जांच में पता चला है कि गिरफ्तार तिकड़ी पाकिस्तान स्थित कश्मीरी आतंकवादी, गुटलीबाग के निवासी फैयाज अहमद खान के संपर्क में आई थी, और विभिन्न आतंकवादी गतिविधियों को करने के लिए सीमा पार से उसे संभाला जा रहा था." पुलिस ने कहा कि जांच के निष्कर्ष के बाद, आवश्यक सरकारी मंजूरी मिल गई है और तदनुसार चार अभियुक्तों के खिलाफ सक्षम अदालत के समक्ष आरोपपत्र दाखिल किया गया है.
दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के बिजबेहरा में गुरुवार को मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए
वहीं, दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले के बिजबेहरा में गुरुवार को मुठभेड़ में दो आतंकवादी मारे गए. मुठभेड़ से पहले आतंकवादियों ने सुरक्षाबलों के सामने समर्पण करने से इनकार कर दिया था. पुलिस ने कहा कि अनंतनाग के कांदीपोरा बिजबेहरा इलाके में आतंकवादियों की मौजूदगी के संबंध में अनंतनाग पुलिस को खुफिया जानकारी मिली थी, जिसके आधार पर, बुधवार दोपहर पुलिस, सेना और सीआरपीएफ द्वारा एक संयुक्त तलाशी अभियान शुरू किया गया.
तलाशी अभियान के दौरान, जैसे ही आतंकवादियों की उपस्थिति का पता चला, उन्हें आत्मसमर्पण करने का अवसर दिया गया. हालांकि, उन्होंने संयुक्त बल पर अंधाधुंध गोलीबारी कर दी, जिसके बाद जवाबी कार्रवाई की गई. लेकिन अंधेरे के कारण, ऑपरेशन स्थगित कर दिया गया था, हालांकि रात को इलाके में दबिश बरकरार रखी गई.
पुलिस ने कहा कि गुरुवार सुबह छिपे हुए आतंकवादियों को आत्मसमर्पण करने के लिए बार-बार कहा गया. पुलिस ने कहा, "लेकिन आतंकवादियों ने संयुक्त तलाशी बल पर गोलीबारी की, जिसके बाद जवाबी कार्रवाई में दोनों आतंकवादी मारे गए." मारे गए आतंकवादियों की पहचान शितपोरा बिजबेहारा के निवासी आदिल अहमद भट और सिरहमा अनंतनाग के रहने वाले जाहिद अहमद राथर के रूप में की गई है. दोनों आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद से जुड़े हुए हैं.
पुलिस ने कहा कि उनके रिकॉर्ड के अनुसार मारे गए दोनों आतंकवादी कई आतंकी मामलों में शामिल थे, जिनमें सुरक्षा बलों पर हमले और नागरिक अत्याचार शामिल थे. पुलिस ने कहा कि मुठभेड़ स्थल से हथियार और गोला-बारूद सहित आपत्तिजनक सामग्री बरामद की गई. पुलिस ने कहा कि मारे गए आतंकवादियों का अंतिम संस्कार उनकी चिकत्सकीय-कानूनी औपचारिकताओं को पूरा करने के बाद किया जाएगा और उनके निकटतम परिवार के सदस्यों को अंतिम संस्कार में भाग लेने की अनुमति दी जाएगी.
HIGHLIGHTS
- हिजबुल मुजाहिदीन के तीन आतंकवादी सहयोगियों के खिलाफ आरोपपत्र दाखिल.
- '14 सितंबर, 2020 को एक घटना से संबंधित एक आरोपपत्र दखिल किया गया है.'
- 'आतंकवादियों को शरण देने और अभियुक्त आतंकवादी संगठनों को समर्थन देने का आरोप है.'