1 जनवरी को कटरा माता वैष्णो देवी दरबार में भगदड़ में हुई 12 लोगो की मौत के बाद वैष्णो देवी श्राइन बोर्ड ने यात्रा आने वाले श्रद्धालुओ के लिए अब RFID कार्ड जारी करना शुरू कर दिया है। साल के पहले दिन दरबार में हुए इस बड़े हादसे के बाद श्राइन बोर्ड ने इस तरह के हादसो को भविष्य में रोकने के लिए कई बड़े फैसले लिए थे जिसमे यात्रा ट्रैक में श्रद्धालुओ की संख्या जानने, भीड़ को नियंत्रण करने और किसी भी तरह से यात्रा में एंटी नेशनल एलिमेंट की घुसपैठ को रोकने के लिए RFID कार्ड की शुरुवात की जानी थी जिसे हादसे के 8 महीने बाद अब शुरू कर दिया गया है।
RFID कार्ड कैसे करेंगी श्राइन बोर्ड की मदद
RFID तकनीक की मदद से अब सभी श्रद्धालुओ को रीयल टाइम में ट्रैक किया जा सकेगा। खास तौर पर इसकी मदद से यात्रा को रेगुलेट करने में श्राइन बोर्ड को बड़ी मदद मिलेगी। ट्रैक और भवन में यात्रियों की कैपेसिटी के हिसाब से ही श्रद्धालुओ को आगे भेजा जाएगा। यात्रा के पड़ाव खास तौर पर बाणगंगा, भवन, सांझी छत या भरोघाटी में होल्डिंग कैपेसिटी के हिसाब से ही श्रद्धालुओ को दर्शन करने दिए जाएंगे और उनके दर्शनों के बाद वापिस आने तक उन्हें ट्रैक किया जाएगा।
RFID से वैष्णो देवी की सुरक्षा होगी मजबूत
RFID ट्रैकिंग की शुरुवात ट्रायल के तौर पर बाणगंगा और ताराकोट मार्ग पर शुरू की गई है। इन दोनो ही प्वाइंट पर देखा जा रहा है की कितने श्रद्धालुओ आ रहे और जा रहे है। यात्रा करने के बाद श्रद्धालुओ को RFID कार्ड को वापिस भी करना होगा ताकि कोई भी व्यक्ति इसका गलत इस्तेमाल ना कर सके। इसके इलावा 7 काउंटर ऐसे बनाए गए है वेरिफिकेशन काउंटर और LED लगाई गई है जहा सुरक्षा कर्मी RFID कार्ड की जांच कर सकेंगे। कटरा को लेकर सुरक्षा एजेंसियों को लागतार इनपुट मिलते रहते है ऐसे में RFID की मदद से अब किसी भी एंटी सोशल एलिमेंट को यात्रा में जाने से रोका जा सकेगा।
अब नही होगा कोई श्रद्धालु लापता
RFID कार्ड का फायदा उन श्रद्धालुओ को भी होगा जो प्री पैड मोबाइल सिम लेकर कटरा पहुंचते है जो यहां काम नहीं करते और इस दौरान कई बार भीड़ की वजह से वो अपने परिवार या मित्रो से बिछड़ जाते है। अब उन्हें भी आसानी से ढूढा जा सकेगा। वैष्णो देवी के अलग अलग 29 पॉइंट्स पर ट्रैकर्स और एंटीना लगाए जा रहे है
कुछ दिनों बाद नही होगी RFID के बिना यात्रा
यात्रा के लिए ये कार्ड लेना सभी श्रद्धालुओ के लिए अनिवार्य होगा। कार्ड के बैगर किसी भी श्रद्धालु को यात्रा करने नही दी जाएगी। जो लोग ऑनलाइन यात्रा स्लिप लेते है। वो जम्मू और कटरा में बनाए गए किसी भी RFID काउंटर में अपनी पर्ची दिखाकर कार्ड हासिल की सकते है
Source : Shahnwaz Khan