श्रीनगर से लेकर जम्मू तक G20 सम्मेलन की तैयारी चल रही है. G20 सम्मेलन में किसी तरह की कोई आतंकी वारदात या अनहोनी ना हो इसको लेकर सुरक्षा एजेंसियां कश्मीर से लेकर जम्मू तक तैयारियां कर रही हैं. इस बीच जम्मू में आतंकी वारदात से बचने, पूरे जम्मू शहर की सर्विलांस करने और ट्रैफिक व्यवस्था को चुस्त दुरुस्त रखने के लिए जम्मू को इंटीग्रेटेड कमांड और कंट्रोल सिस्टम की सौगात मिल चुकी है. इस इंटीग्रेटेड कमांड और कंट्रोल सिस्टम की मदद से पूरे जम्मू शहर पर तीसरी आंख की मदद से नजर रखी जा सकेगी.
Bell द्वारा तैयार किए गए इस इंटीग्रेटेड सिस्टम को तैयार करने में करीब एक साल का वक्त लगा है. इस दौरान जम्मू शहर के अलग-अलग सेंसिटिव प्वाइंट की निशानदेही करने के बाद पूरे शहर में 612 कैमरे लगाए गए हैं, जिसमें 40 PTZ कैमरे भी लगाए गए हैं. PTZ कैमरे की मदद से शहर के महत्वपूर्ण स्थानों को 2 से 3 किलोमीटर जूम इन और जूम आउट करके देखा जा सकता है. इस सिस्टम की एक और खास बात ये है कि कैमरे के साथ स्पीकर्स भी लगे हुए हैं, जिसकी मदद से किसी भी समय उस एरिया में अनाउंसमेंट किया जा सकेगा. इस कमांड सिस्टम में पुलिस और ट्रैफिक पुलिस की 24 घंटे निगरानी रहने वाली है, ताकि किसी वारदात के समय उसपर तुरंत एक्शन लिया जा सके. G20 सम्मेलन के दौरान भी जम्मू शहर पर नजर रखने में इससे सुरक्षा एजेंसियों को काफी मदद मिलेगी.
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जम्मू में ये सर्विलांस सिस्टम इसलिए महत्वपूर्ण है, क्योंकि जम्मू बॉर्डर के इलाकों से काफी नजदीक है और जम्मू के मंदिरों समेत कई सेना के कैंप आतंकियों के निशाने पर रहते हैं. पिछले कुछ सालों से देखा जा रहा है कि जम्मू में लगातार आतंकी हमले करके सुर्खिया बटोरने की कोशिश की जाती है. ऐसे में G20 सम्मेलन के दौरान पाकिस्तान में बैठे आतंकी संगठन जम्मू में कोई साजिश न करे, उससे इस सिस्टम सुरक्षा बलों की बड़ी मदद करने वाला है.