Jammu Kashmir : भारतीय सुरक्षाबलों की ओर से लगातार घाटी से आतंकियों का सफाया किया जा रहा है. जम्मू-कश्मीर के डीजीपी दिलबाग सिंह ने कहा है कि लोगों को लागतार आतंकी संगठनों की तरफ से जारी की जा रही धमकियों से डरने की जरूरत नहीं है और जो लोग इस तरह की धमकियां दे भी रहे हैं, उन्हें जल्द ही दबोच लिया जाएगा. डीजीपी के मुताबिक, पाकिस्तानी एजेंसी आईएसआई आतंकवाद को जिंदा रखने के लिए सोशल मीडिया के जरिए इस तरह की धमकियां दिलवाने के काम में लगी है. जम्मू-कश्मीर के डीजीपी का ये बयान आतंकी संगठन कश्मीर फाइटर द्वारा नॉन लोकल को सोशल मीडिया के जरिए एक बार फिर टारगेट करने की धमकी के बाद सामने आया है. डीजीपी ने साफ कहा है कि जम्मू-कश्मीर में आतंकवाद दम तोड़ते जा रहा है और जो लोग इस तरह के काम कर रहे हैं, उनके खिलाफ कार्रवाई भी की जा रही है. सोशल मीडिया पर इस तरह की धमकियां वायरल करने वाली कई ब्लॉगिंग साइट के खिलाफ FIR दर्ज करके एक्शन लिया जा रहा है.
डीजीपी के मुताबिक, बॉर्डर पार लॉन्च पैड पर कई आतंकी मौजूद हैं. घुसपैठ की कोशिश भी की जा रही है, जिन्हें सुरक्षाबल नाकाम कर रहे हैं. जो इक्कादुक्का आतंकी अंदर आने में कामयाब भी हुए हैं, उन्हें मार भी गिराया जा रहा है. डीजीपी ने आतंक के खात्मे को लेकर भी जानकारी दी की. इस साल घाटी में 56 विदेशी आतंकी मारे गए हैं, जो पिछले कुछ सालों में अब तक का सबसे बड़ा नंबर है. कश्मीर में नए आतंकियों की संख्या इस साल करीब 109 थी, जिनमें से 86 आतंकी मारे गए हैं और सिर्फ 23 आतंकी ही बाकी बचे हैं, जिनका सफाया भी जल्द कर दिया जाएगा. डीजीपी ने अपील की है कि नौजवान आतंकवाद का रास्ता न इख्तियार करे क्योंकि इसकी तरफ जो जाएगा उसकी उम्र लंबी नहीं होगी.
डीजीपी ने तरनतारन में पुलिस स्टेशन पर हुए हमले पर कहा कि जम्मू-कश्मीर और पंजाब में हो रही आतंकवादी गतिविधियों की मां एक ही पाकिस्तान है. इस तरह के मामले जब भी सामने आए हैं उस पर पंजाब पुलिस और जम्मू-कश्मीर पुलिस मिल कर काम करती है.
Source : Shahnwaz Khan