जम्मू-कश्मीर के सोपोर में एक बार फिर मुठभेड़ शुरू हो गई है. इस मुठभेड़ में दो आतंकी ढेर हो गए है. जबकि इलाके में इंटरनेट सेवा बंद कर दी गई है. सुरक्षाबलों और आतंकियों के बीच लगातार गोलीबारी जारी है. बताया जा रहा है कि आतंकियों के छिपे होने की सूचना मिलने पर सुरक्षाबलों ने सर्च ऑपरेशन चलाया था. फिलहल सोपोर पुलिस, 22 आरआर और सीआरपीएफ की ज्वॉइंट टीम मौके पर मौजूद है और फायरिंग जारी है. मिशन ऑल आउट पर जुटी भारतीय सेना आतंकियों को मुंहतोड़ जवाब दे रही है और दो आतंकी को ढेर कर दिया है.
यह भी पढ़ें: नेपाल की संसद में उठी चीन के कब्जे से नेपाली भूभाग वापस लेने की मांग
Encounter underway in Hardshiva area of Sopore. Police and security forces are on the job: Jammu & Kashmir Police pic.twitter.com/Uo1LpSSQOS
— ANI (@ANI) June 25, 2020
इससे पहले कल यानी बुधवार को सोपोर में ही सुरक्षाबलों ने एक संयुक्त ऑपेरशन के दौरान लश्कर-ए-तैयबा आतंकी संगठने के 4 आतंकी सहयोगियों को गिरफ्तार कर लिया था. सोपोर पुलिस ने 52 राष्ट्रीय राइफल्स और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ) के साथ मिलकर पोटका मुक्कम और चन्नपोरा अथोरा में सर्च ऑपरेशन चलाया था और इस दौरान 4 लश्कर-ए-तैयबा आतंकवादी सहयोगियों को गिरफ्तार किया.
यह भी पढ़ें: India-China Diplomatic Talk: भारत का चीन को दो टूक, LAC का सख्ती से सम्मान करे ड्रैगन
इससे पहले मंगलवार को भी पुलवामा में 2 आतंकियों ढेर कर दिया गया था. है. मुठभेड़ बांदजू इलाके में हुई. आतंकियों को मार गिराए जाने के बाद भी सर्च ऑपरेशन जारी रहा. इस मुठभेड़ में एक जवान शहीद भी हो गया. बताया जा रहा है कि सुरक्षाबलों को यहां आतंकियों के छिपे होने की जानकारी मिली थी जिसके बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस और सुरक्षाबलों ने एक संयुक्त अभियान चलाया. इससे पहले अवंतीपोरा के पंपोर के एक मस्जिद में छीपे 2 आतंकियों को ढेर कर दिया था. ये आतंकी मीज गांव की एक मस्जिद में छिपे थे.
वहीं सोमवार को दिलबाग सिंह ने बताया था कि घाटी में पिछले 17 दिन में विभिन्न संगठनों के 27 आतंकवादी मार गिराए गए, जिसके चलते आतंकी हताश हैं और अब निर्दोष लोगों को निशाना बना रहे हैं. डोडा जिले में सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा बैठक में शामिल हुए सिंह ने कहा था, 'शांति सुनिश्चित (कश्मीर में) करने के लिए हमने पिछले 16-17 दिन में 27 आंतकियों को मार गिराया. ये आंतकी लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद और हिज्बुल मुजाहिदीन से संबंधित थे. वे हताश हुए हैं. अब वे निर्दोष लोगों को निशाना बना रहे हैं.' उन्होंने कहा कि ऐसी हरकत से घाटी के लोगों में आंतकियों के प्रति गुस्सा है