जम्मू-कश्मीर में पाकिस्तान की ड्रग वाली साजिश के खिलाफ सरकार ने अब जंग लड़ने का ऐलान कर दिया है. जम्मू-कश्मीर सरकार ने गुरुवार को नशा मुक्त अभियान जम्मू कश्मीर की शुरुआत की है. जम्मू-कश्मीर के लेफ्टिनेंट गवर्नर मनोज सिन्हा ने इस अभियान को हरी झंडी दिखाई है और पड़ोसी देश को साफ चेताया है कि उसे उसकी साजिश में कामयाब नहीं होने दिया जाएगा. एलजी मनोज सिन्हा ने नशा मुक्त अभियान जम्मू कश्मीर की शुरुआत करते हुए कहा कि हमारे देश के बाहर के कुछ लोग जम्मू-कश्मीर को खोखला करना चाहते हैं. साजिश के तहत इस तरह के ड्रग की तस्करी कर रहे हैं, जिसके चलते बड़ी तादाद में युवा पीढ़ी को अपनी जद में लिया है. उनका इरादा युवा पीढ़ी को खोखला करना है, लेकिन उनको इस मकसद को कामयाब होने नहीं दिया जाएगा.
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हाल ही में जम्मू-कश्मीर में किए गए सर्वे में 10 जिलों की पहचान की गई है, जिसमें इस समय सबसे ज्यादा नशे की खेप पहुंचाई जा रही है. इसमें घाटी के साथ डोडा, किश्तवाड़ और पूंछ राजौरी जिले शामिल हैं. इस तरह की भी खबरें है कि पाकिस्तान की तरफ से सबसे ज्यादा बॉर्डर के इलाकों को निशाना बनाया जा रहा है. ड्रोन के जरिए भी बॉर्डर के रास्ते ड्रग पहुंचाने की कोशिश की जा रही है.
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पुलिस और एंटी नारकोटिक टास्क फोर्स पहले ही बड़े स्तर पर बॉर्डर से लेकर प्रदेश के हर हिस्से पर ड्रग डीलर पर शिकंजा कस रही है. इस साल 1600 से ज्यादा ड्रग डीलर गिरफ्तार हो चुके हैं, जबकि 173 किलो हेरोइन भी पुलिस ने बरामद की है. ऐसे में सरकार के लिए ड्रग एक बड़ा चैलेंज और अब सरकार बड़े स्तर पर इसका मुकाबला करने का रही है.