जम्मू कश्मीर में जारी उथल-पुथल की स्थिति के बीच पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला समेत कई नेताओं को नजरबंद कर दिया गया है. इसकी जानकारी खुद महबूबा मुफ्ती ने अपने ट्विटर हैंडल से दी है. इसके बाद उमर अब्दुल्ला ने भी ट्वीट कर बताया. नेशनल कॉन्फ्रेंस के नेता उमर अब्दुल्ला और पीडीपी प्रमुख महबूबा मुफ्ती के अलावा सज्जाद लोन को भी नजरबंद किया गया है. बता दें कि यह कदम ऐसे समय में आया है जब राज्य में भारी सुरक्षाबलों की तैनाती की जा रही है. तीर्थयात्रियों और पर्यटकों को तुरंत कश्मीर छोड़ने के लिए कहा गया है. वहीं, कश्मीर के बाद जम्मू में भी सुबह 6 बजे से धारा 144 लगा जाएगी.
पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर बताया कि 'कैसी विडंबना है कि हमारे जैसे चुने हुए प्रतिनिधि जो शांति के लिए लड़े थे, घर में नजरबंद हैं. दुनिया देख रही है कि जम्मू-कश्मीर में लोगों और उनकी आवाज को दबाया जा रहा है. वह कश्मीर जिसने एक धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक भारत को चुना था, अकल्पनीय उत्पीड़न का सामना कर रहा है. जागो भारत जागो.'
How ironic that elected representatives like us who fought for peace are under house arrest. The world watches as people & their voices are being muzzled in J&K. The same Kashmir that chose a secular democratic India is facing oppression of unimaginable magnitude. Wake up India
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) August 4, 2019
एनसी नेता उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट में नजरबंद होने का दावा किया है. उन्होंने लिखा, मुझे लगता है कि मुझे आज आधी रात से नजरबंद कर दिया जाएगा और सभी राजनीतिक पार्टियों के नेताओं के लिए भी प्रक्रिया शुरू कर दी गई है. यह पता करने का कोई तरीका नहीं है कि क्या यह सच है. कश्मीर में मोबाइल इंटरनेट सेवा को बंद कर दिया है. महबूबा मुफ्ती ने कहा कि इंटरनेट बंद होने की खबर है और कर्फ्यू पास भी जारी किए गए हैं. जाने कल क्या होगा. यह एक लंबी रात है.
I believe I’m being placed under house arrest from midnight tonight & the process has already started for other mainstream leaders. No way of knowing if this is true but if it is then I’ll see all of you on the other side of whatever is in store. Allah save us 🙏🏼
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) August 4, 2019
नजरबंद होने के बाद उमर अब्दुल्ला ने ट्वीट कर कहा, हिंसा से केवल उन लोगों के हाथों में खेलेंगे जो राज्य की भलाई नहीं चाहते हैं. यह भारत का जम्मू-कश्मीर नहीं था, लेकिन मैं अभी तक उम्मीद छोड़ने के लिए तैयार नहीं हूं. शांति के साथ रहें और ईश्वर आप सभी के साथ रहें.
Violence will only play in to the hands of those who do not have the best interests of the state in mind. This wasn’t the India J&K acceded to but I’m not quite ready to give up hope yet. Let calm heads prevail. God be with you all.
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) August 4, 2019
उमर अब्दुल्ला ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा, जबकि मैं कश्मीर पर केंद्रित रहता था. मुझे कारगिल, लद्दाख और जम्मू में लोगों के लिए एक शब्द जोड़ना चाहिए. मुझे नहीं पता कि हमारे राज्य के लिए क्या स्टोर है, लेकिन यह अच्छा नहीं दिख रहा है. मुझे पता है कि आप में से कई लोग इस बात से परेशान होंगे कि कौन सी बात सामने आने वाली है. कृपया कानून को अपने हाथों में न लें, कृपया शांत रहें.
While I’ve been focused on Kashmir I must add a word for people in Kargil, Ladakh & Jammu. I’ve no idea what is in store for our state but it doesn’t look good. I know many of you will be upset by what unfolds. Please don’t take the law in to your own hands, please stay calm.
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) August 4, 2019
जम्मू-कश्मीर सरकार के कई अधिकारियों और कर्मचारियों को कर्फ्यू के दौरान ऑफिस आने-जाने के लिए पास जारी किया जा चुका है. वहीं, कश्मीर घाटी में सुरक्षा बलों की तैनाती के बीच जम्मू क्षेत्र में भी सुरक्षा बढ़ाई दी गई है और सीमावर्ती पुंछ और राजौरी जिलों में अतिरिक्त सुरक्षा बलों को तैनात किया जा रहा है. बताया जा रहा है कि कश्मीर में कभी भी कर्फ्यू लग सकता है.
Sushma Chauhan, Deputy Commissioner, Jammu: All schools, colleges, and academic institutions, both private and government, are advised to remain closed as a measure of caution. #JammuKashmir pic.twitter.com/5BZGyuitB5
— ANI (@ANI) August 4, 2019
कांग्रेस नेता शशि थरूर ने उमर अब्दुल्ला के ट्वीट को रीट्वीट करते हुए लिखा, आप अकेले नहीं हैं उमर अब्दुल्ला. हर लोकतांत्रिक भारतीय कश्मीर के मुख्यधारा के नेताओं के साथ खड़ा है, क्योंकि आप उसका सामना करेंगे जो भी देश के लिए सरकार के मन में है. संसद का सत्र अब भी चल रहा है और हमारी आवाज भी शांत नहीं होगी.
You are not alone @OmarAbdullah. Every Indian democrat will stand with the decent mainstream leaders in Kashmir as you face up to whatever the government has in store for our country. Parliament is still in session & our voices will not be stilled. @INCIndia https://t.co/QqGa4EgrP3
— Shashi Tharoor (@ShashiTharoor) August 4, 2019
पूर्व सीएम महबूबा मुफ्ती ने ट्वीट कर बताया कि आशा करते हैं कि जिन लोगों ने हमें अफवाह फैलाने का आरोप लगाया है. उन्हें एहसास है कि हमारे डर गलत नहीं थे. हाउस अरेस्ट, ब्रॉडबैंड सेवाएं बंद और धारा 144 लागू किसी भी मानक से सामान्य नहीं है.
Hope those who accused us of rumour mongering realise that our fears weren’t misplaced. Leaders under house arrest, broadband services suspended & section 144 enforced isn’t normal by any standard.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) August 4, 2019
महबूबा मुफ्ती ने अपने दूसरे ट्वीट में लिखा, जो लोग यहां की स्थिति का जश्न मना रहे हैं, वे किसी भी एकतरफा कार्रवाई के दूरगामी परिणामों के बारे में अनभिज्ञ हैं. जो भारत सरकार द्वारा उठाए गए हैं.
Those who’re celebrating the situation here are ignorant about the far reaching consequences of any unilateral action that’ll taken by GOI.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) August 4, 2019
उन्होंने अपने तीसरे ट्वीट में लिखा, वाजपेयी जी ने भाजपा नेताओं और कश्मीरियों के साथ सहानुभूति और प्यार स्थापित की थी. इसलिए आज हम उनकी अनुपस्थिति को सबसे ज्यादा महसूस करते हैं.
Vajpayee ji despite being a BJP leader empathised with Kashmiris & earned their love. Today we feel his absence the most.
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) August 4, 2019
जम्मू के डिप्टी कमिश्नर सुषमा चौहान ने बताया कि सभी निजी व सरकारी स्कूलों, कॉलेजों और शैक्षणिक संस्थानों को बंद करने के लिए कहा गया है. जम्मू और कश्मीर के उधमपुर में 5 अगस्त से अगले आदेश तक स्कूल और कॉलेज बंद रहेंगे. 5-6 अगस्त को डोडा में भी बंद रहेगा.
Jammu & Kashmir: Schools & colleges to remain closed in Udhampur from 5th August till further orders; to remain closed in Doda on 5-6 August. https://t.co/DIZErSO0dC
— ANI (@ANI) August 4, 2019
रियासी के डिप्टी कमिश्नर इंदु कंवल चिब ने बताया कि रियासी जिले में धारा 144 लगाई गई है. सभी स्कूलों, कॉलेजों और शैक्षणिक संस्थानों की निजी और सरकारी दोनों तरह की कक्षाओं को अगले आदेश तक 5 अगस्त तक बंद रखने का आदेश जारी किया गया है.
Indu Kanwal Chib, Deputy Commissioner Reasi (Jammu & Kashmir): Section 144 imposed in Reasi district, classwork of all schools, colleges, & academic institutions, both private & government, shall remain suspended from 5th August till further orders, as a precautionary measure.
— ANI (@ANI) August 4, 2019
राज्यपाल सत्यपाल मलिक ने श्रीनगर में आपात बैठक बुलाई है. बैठक में जम्मू और कश्मीर के डीजीपी भी मौजूद हैं. इसके अलावा मुख्य सचिव भी बैठक में हैं. वहीं, महबूबा मुफ्ती और उमर अब्दुल्ला के साथ ही कांग्रेस के नेता उस्मान माजिद और सीपीआई(एम) के विधायक एमए तारिगामी को गिरफ्तार कर लिया गया है.
कश्मीर के हालात को लेकर हर कोई चिंता में है. इस बीच कश्मीर यूनिवर्सिटी की परीक्षाएं स्थगित कर दी गई हैं. श्रीनगर समेत कई इलाकों में पाबंदी लगा दी गई है. 5 अगस्त से श्रीनगर में धारा-144 लगा दी गई है, जो अगले आदेश तक लागू रहेगी. इस आदेश के मुताबिक भीड़ इकट्ठा नहीं हो पाएगी और शैक्षणिक संस्थान भी बंद रहेंगे. रैली या सार्वजनिक सभा आयोजित करने पर बैन लगा दिया गया है.
Source : News Nation Bureau