मोदी सरकार के ऐतिहासिक फैसले के बाद ही जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा व्यवस्था और भी कड़ी की जा रही है. दरअसल बताया जा रहा है कि त्तर प्रदेश, ओडिशा, असम और देश के अन्य हिस्सों से करीब 8000 अर्धसैनिक बलों प्लेन में जम्मू-कश्मीर भेजा जा कहा है. जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 और 35A हटाए जाने के बाद सुरक्षा के लिहाज से इसे बड़ा कदम माना जा रहा है. खबरों की मानें तो भारीय सेना और वायुसेना को हाई अलर्ट पर रखा गया है. घाटी में जवानों की तैनाती लगातार जारी है.
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जम्मू-कश्मीर पर जारी ऊहापोह की धुंध को खत्म करते हुए सोमवार को राज्यसभा में गृह मंत्री अमित शाह ने धारा 370 समेत 35-ए पर ऐतिहासिक फैसले पेश किए. एक तरफ उन्होंने धारा 370 (1) को छोड़कर बाकी सारे प्रावधान खत्म करने का संकल्प पेश कर दिया. वहीं जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को अलग-अलग केंद्र शासित प्रदेश बना दिया. राजनीतिक तौर पर इन ऐतिहासिक फैसलों के बहुत दूरगामी परिणाम होंगे. खासकर जम्मू-कश्मीर की राजनीति में इसके बाद आमूल-चूल बदलाव आ जाएगा.
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इससे पहले सोमवार को ही जम्मू-कश्मीर के 8 जिलों में 40 हजार सीआरपीएफ जवानों को तैनात किया गया है.