Jammu Kashmir: जम्मू-कश्मीर में पिछले कुछ महीनों में आतंकी वारदातों में इजाफा हुआ है. लेकिन घाटी में मुश्तैद भारतीय सेना के जवान उन्हें मुंहतोड़ जवाब दे रहे हैं. इस बीच सुरक्षा बलों ने शनिवार देर रात कुलगाम जिले से दो स्थानीय आतंकियों को धर दबोचा. फिलहाल दोनों से पूछताछ की जा रही है.
सुरक्षा बलों को देखकर भागने पर हुआ शक
बताया जा रहा है कि सुरक्षा बलों ने लोअर मुंडा के गुलाब बाग इलाके में नाका लगाया था. तभी वहीं से दो लोग गुजरे. नाके पर तैनात जवानों को उनपर कुछ शक हुआ. इसके बाद दोनों को रुकने के लिए कहा गया, लेकिन वह भागने लगे. उसके बाद सुरक्षा बलों ने दोनों को धर दबोचा. फिलहाल दोनों आतंकियों से पूछताछ की जा रही है कि कहीं वो दोनों किसी आतंकी वारदात को अंजाम देने तो नहीं जा रहे थे.
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NIA ने हंदवाड़ा में की छापेमारी
वहीं राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआइए) ने शनिवार को उत्तरी कश्मीर के हंदवाड़ा में तीन स्थानों पर तलाशी अभियान चलाया. ये अभियान हंदवाड़ा नार्को टेरर मॉड्यूल मामले की जांच को आगे बढ़ाने के लिए चलाया गया. बता दें कि इस टेरर मॉडयूल का खुलासा 11 जून 2020 को हुआ था. इस मामले में सुरक्षा बलों ने मॉडयूल के एक सदस्य मुनीर अहमद बांडे को बीती 20 नवंबर को गिरफ्तार किया था.
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ढाई करोड़ नकदी और हेरोइन जैसा पदार्थ बरामद
इस अभियान से जुड़े अधिकारियों ने बताया कि हंदवाड़ा नार्को टेरर मॉड्यूल से सुरक्षा बलों ने करीब 2.5 करोड़ की नकदी और लगभग 25 किलो हेरोइन जैसा नशीला पदार्थ और कुछ वाहन भी जब्त किए हैं. इस दौरान सुरक्षा बलों ने मॉड्यूल में शामिल अब्दुल मोमिन पीर, सैयद इफ्तिखार, इस्लाम उल हक, सलीम अंद्राबी और मुनीर अहमद बांडे के अलावा जम्मू के गुरआल के रहने वाले रमेश कुमार समेत लगभग एक दर्जन लोगों को गिरफ्तार किया गया है.
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बताया जा रहा है कि पकड़े गए लोगों में शामिल आफाक अहमद वानी सेंट्रल कोऑपरेटिव बैंक में नौकरी करता है. यही नहीं मोमिन पीर और सैयद इफ्तिखार भी सरकारी कर्मचारी थे. बताया जा रहा है कि नार्को टेरर मॉड्यूल में शामिल होने की वजह से तीनों को बर्खास्त कर दिया गया है. वहीं एनआइए की टीम ने मुनीर अहमद बांडे,आफाक अहमद वानी और इफ्तिखार अहमद के ठिकानों और कार्यालयों की भी जांच की है. जहां से एनआइए ने कुछ दस्तावेजों को भी अपने कब्जे में लिया है.