Jammu-Kashmir: जम्मू और कश्मीर के बारामूला में स्टेडियम का नाम भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) के नाम पर रखा गया है. आपकी जानकारी के लिए बता दें कि पूर्व सीडीएस बिपिन रावत अपने कार्यकाल के दौरान लंबे समय तक बारामूला में रहे थे. इसके साथ ही वह बारामूला के लोगों के काफी करीब भी बताए जाते हैं. गौरतलब है कि पूर्व सीडीएस बिपिन रावत की दिसंबर 2021 में एक हेलीकॉप्टर हादसे में मौत हो गई थी. हादसे के समय वह सेना के एमआई-17 हेलीकॉप्टर में सवार थे. हादसा इतना भयानक था कि उसमें पूर्व सीडीएस के साथ और भी कई लोगों की मौत हो गई थी.
आपको बता दें कि इससे पहले भारत के पहले चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ (सीडीएस) दिवंगत जनरल बिपिन रावत को 73वें गणतंत्र दिवस के अवसर पर मरणोपरांत दूसरे सर्वोच्च नागरिक सम्मान पद्मविभूषण से सम्मानित किए जाने की घोषणा की गई थी. 8 दिसंबर, 2021 को तमिलनाडु में एक हेलिकॉप्टर दुर्घटना में जनरल रावत, उनकी पत्नी मधुलिका और 12 सशस्त्र कर्मियों की मौत हो गई थी. पद्मविभूषण से सम्मानित अन्य लोगों में प्रभा अत्रे (कला), कल्याण सिंह (सार्वजनिक मामले, मरणोपरांत) और राध्याश्याम खेमका (साहित्य और शिक्षा, मरणोपरांत) शामिल हैं.
14 जनवरी को सैन्य हेलिकॉप्टर दुर्घटना की जांच के लिए गठित कोर्ट ऑफ इंक्वायरी ने दुर्घटना के कारण के रूप में यांत्रिक विफलता, तोड़फोड़ या लापरवाही को खारिज कर दिया. ट्राई-सर्विसेज कोर्ट ऑफ इंक्वायरी रिपोर्ट के प्रारंभिक निष्कर्षो को साझा करते हुए भारतीय वायुसेना ने कहा कि तमिलनाडु में कुन्नूर के पास घाटी में मौसम की स्थिति में अप्रत्याशित बदलाव के कारण बादलों में प्रवेश के कारण हेलिकॉप्टर दुर्घटना हुई थी.
जांच दल ने दुर्घटना के सबसे संभावित कारण का पता लगाने के लिए सभी उपलब्ध गवाहों से पूछताछ के अलावा फ्लाइट डेटा रिकॉर्डर और कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर का विश्लेषण किया. जनरल रावत नीलगिरि हिल्स के वेलिंगटन में डिफेंस सर्विसेज स्टाफ कॉलेज के स्टाफ कोर्स के संकाय और छात्र अधिकारियों को संबोधित करने के लिए गए थे.
Source : News Nation Bureau