कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे और राहुल गांधी जम्मू कश्मीर पहुंच गए हैं. दोनों यहां दो दिन के दौरे पर आए हैं. विधानसभा चुनाव पर मंथन को लेकर दोनों नेता और कार्यकर्ताओं के साथ बैठक करेंगे.
बता दें कि विधानसभा चुनाव की घोषणा के बाद दोनों नेताओं का यह पहला दौरा है. बताया जा रहा है कि राहुल विधानसभा चुनाव में सभी भाजपा विरोधी पार्टियों को एकजुट रखना चाहते हैं. वह लोकसभा की तरह विधानसभा चुनाव में भी गठबंधन की रणनीति पर बात करेंगे.
भाजपा को सरकार से रखना है बाहर
खड़गे और राहुल ने 19 अगस्त को जम्मू-कश्मीर, हरियाणा, महाराष्ट्र और झारखंड के महासचिवों, प्रभारियों और स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्यों से मुलाकात की थी. वेणुगोपाल ने कहा था कि जम्मू-कश्मीर के लिए केंद्रीय चुनाव समिति की बैठक अगले तीन-चार दिनों में होगी. पार्टी जम्मू-कश्मीर में गठबंधन के लिए तैयार है और इसका मुख्य उद्देश्य भाजपा को सरकार से बाहर रखना है.
#WATCH | Congress president Mallikarjun Kharge and Lok Sabha LoP & Congress MP Rahul Gandhi arrive in Srinagar, J&K
— ANI (@ANI) August 21, 2024
They will meet party leaders and workers in Srinagar tomorrow, August 22. pic.twitter.com/wPqsvvJJ20
क्या रहेगा शेड्यूल
10:00 बजे: मुमताज, रेडिसन कलेक्शन होटल, श्रीनगर में कार्यकर्ताओं की बैठक
1:30 बजे: ज़ेवर, रेडिसन कलेक्शन होटल, श्रीनगर में प्रेस वक्तव्य
14:15 बजे: सेलिब्रेशन बैंक्वेट रिजॉर्ट, जम्मू में कार्यकर्ताओं की बैठक
उमर से मिले गठबंधन के संकेत
बता दें कि कांग्रेस नेकां के साथ चुनाव से पहले गठजोड़ के सूत्र खोज रही है. राहुल और खरगे का यह दौरा ऐसे समय हो रहा है जब नेकां पहले ही ऐलान कर चुकी है कि पहले चरण की अधिसूचना जारी होने के साथ वह अपने प्रत्याशियों की पहली सूची जारी कर देगी. हालांकि, उमर भी गठबंधन का संकेत दे चुके हैं.
जब गठबंधन में आई थी दरार
दरअसल, लोकसभा चुनाव में कांग्रेस, नेकां और पीडीपी ने गठबंधन का ऐलान किया था. लेकिन चुनाव आते-आते कश्मीर की तीन सीटों पर नेकां और पीडीपी आमने-सामने हो गए थे. अलबत्ता, कांग्रेस को जम्मू की दोनों सीटों पर इन दलों का समर्थन मिला था. इसके बदले में कांग्रेस ने कश्मीर में नेकां का समर्थन किया था. फिलहाल, विधानसभा चुनाव में आइएनडीआईए की घटक पीडीपी किसी भी चर्चा में अब तक शामिल नहीं है.
मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो गांधी परिवार चाहता है कि पूर्व सीएम गुलाम नबी आजाद पार्टी में वापसी करें. इसके लिए सीनियर नेताओं को उनसे बात करने के लिए कह दिया है. हालांकि, उनकी पार्टी इसे खारिज कर दिया है.