जम्मू कश्मीर में होने वाले विधानसभा चुनावों को लेकर कांग्रेस ने नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ सीट शेयरिंग फाइनल कर दी है. दोनों पार्टियों के बीच सहमति बन गई है. सोमवार को श्रीनगर में फारूक अब्दुल्ला और केसी वेणुगोपाल की मौजूदगी में इसका औपचारिक ऐलान किया गया है. यहां कुल 90 सीटों में से कांग्रेस 32, नेशनल कॉन्फ्रेंस 51 सीटों पर अपने उम्मीदवार लड़ाएगी. वहीं 5 सीटों पर फ्रेंडली फाइट होगी.
जम्मू-कश्मीर कांग्रेस के अध्यक्ष तारिक कर्रा ने बताया कि एक सीट पर सीपीआई और एक सीट जेकेएनपीपी संभालेगी. फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि उन्हें बहुत खुशी हो रही है कि हम लोग मुहिम के तहत उन ताकतों के खिलाफ लड़ाई लड़ेंगे जो यहां लोगों को बांटने की कोशिश कर रही हैं. उन्होंने आगे कहा कि इंडिया गठबंधन बना ही इसलिया था कि सांप्रदायिक ताकतों के खिलाफ लड़ाई लड़ी जा सके.
तीन चरणों में होगी वोटिंग
जम्मू-कश्मीर में तीन चरणों में वोटिंग होनी है. यहां पहले चरण के लिए 18 सितंबर, दूसरे चरण के लिए 25 सितंबर और आखिरी चरण में 1 अक्टूबर को वोट डाले जाएंगे. 4 अक्टूबर को रिजल्ट घोषित किए जाएंगे. पहले चणर में जम्मू-कश्मीर की 24, दूसरे चरण में 26 और आखिरी चरण में 40 सीटों पर वोटिंग की जाएगी. अगस्त 2019 में धारा 370 को खत्म किए जाने के बाद जम्मू-कश्मीर में पहली बार विधानसभा चुनाव होने जा रहे हैं.
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केसी वेणुगोपाल की क्या रही प्रतिक्रिया
बीजेपी ने नेशनल कॉन्फ्रेंस और कांग्रेस के गठबंधन को लेकर सवाल उठाए थे, जिस पर अब कांग्रेस महासचिव केसी वेणुगोपाल ने प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने कहा, "बीजेपी को ऐसा कहने का क्या नैतिक अधिकार है? बीजेपी का नेशनल कॉन्फ्रेंस के साथ और PDP के साथ गठबंधन रह चुका है. नेशनल कॉन्फ्रेंस वही पुरानी नेशनल कॉन्फ्रेंस है, PDP अभी भी वही पुरानी PDP है, उनका दोनों पार्टियों के साथ गठबंधन था. हर राजनीतिक पार्टी के अपने कार्यक्रम, अपना घोषणापत्र और वादे होते हैं. हमारे पास अपना घोषणापत्र और वादे हैं, जब हम सरकार बनाएंगे तो एक साझा न्यूनतम कार्यक्रम होगा."