जम्मू-कश्मीर में राजनेताओं को हिरासत में लेने पर योजना आयोग के प्रधान सचिव रोहित कंसल ने बयान दिया है. उन्होंने कहा है कि जिला और पुलिस अधिकारियों द्वारा स्थानीय स्तर पर कानून और व्यवस्था की स्थिति का आकलन किया जा रहा है. सार्वजनिक व्यवस्था बनाए रखने के लिए जो भी आवश्यक कार्रवाई की जा रही है, वह कानून के दायरे में है. सरकार कोई भी गलत कदम नहीं उठा रही है. प्रदेश में शांति व्यवस्था कायम रहे, सरकार इसके लिए काम रही है.
J&K Principal Secretary (Planning Commission) Rohit Kansal on detention of political leaders: Law & order situation is being assessed at local level by district & police officials, whatever action is required to maintain public order is being taken under the ambit of the law. pic.twitter.com/LaDvNT8FfB
— ANI (@ANI) August 13, 2019
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जम्मू-कश्मीर से धारा 370 हटाने के बाद कई राजनेताओं को हिरासत में ले लिया गया था. लेकिन केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने संसद में बयान देते हुए कहा था कि सरकार ने फारुख अब्दुल्ला को हिरासत में नहीं लिया है. वहीं फारुख अब्दुल्ला का कहना था कि उन्हें नजर बंद कर लिया गया था. उन्होंने कहा कि सरकार ने गलत तरीके से जम्मू-कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया है.
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जम्मू-कश्मीर के राज्यपाल सत्यपाल मलिक और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी इन दिनों आमने-सामने हैं. एक दिन पहले सत्यपाल मलिक ने राहुल गांधी के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा था कि राहुल गांधी खुद घाटी में आकर यहां के हालात देख लें मैं उनके लिए विमान भेजूंगा. जिसके बाद राहुल गांधी ने सत्यापाल मलिक से कहा कि वो विपक्षी दलों के प्रतिनिधिमंडल के साथ वहां आना चाहते हैं और लोगों से मुलाकात और मुख्यधारा के नेताओं से मिलना चाहते हैं.
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राहुल गांधी के इस मांग को सत्यपाल मलिक ने खारिज करते हुए उनपर हमला किया. सत्यपाल मलिक ने कहा, राहुल गांधी विपक्षी नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल लाने की मांग करके इस मामले का राजनीतिकरण कर रहे हैं, ताकि आम लोगों के लिए और अधिक अशांति और समस्याएं पैदा हो सके. उन्होंने जम्मू-कश्मीर का दौरा करने के लिए कई शर्तें रखी हैं, जिसमें मुख्य धारा के नेताओं को हिरासत में लेना शामिल है.'सत्यापाल मलिक ने कहा, 'जम्मू-कश्मीर की स्थिति पर राहुल गांधी शायद किसी फेक न्यूज को देखकर प्रतिक्रिया दे रहे हैं. राज्यपाल ने कहा कि कुछ मामूली घटनाओं को छोड़कर राज्य की स्थिति शांतिपूर्ण है.'