जम्मू कश्मीर में पिछले कुछ दिनों से हो रही बारिश ने लोगो की मुश्किलें बड़ा दी है. बारिश के कारण नदी नालों में आ रही बाड़ का शिकार स्कूली बच्चे भी ही रहे है. इसी तरह की एक तस्वीर कठुआ के डिंगा पंचायत से सामने आई है. जहां गांव के लोगो को अपने बच्चो को स्कूल पहुंचाने के लिए अपनी और अपने बच्चों की जान को जोखिम में डालना पड़ रहा है. तस्वीरें ये दिखाने के लिए काफी हैं की किस तरीके से नाले में आई बाढ़ के बावजूद स्थानीय लोग स्कूल के बच्चों को नाले के एक छोर से दूसरे छोर तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं. ये पहला मौका नहीं है जब इस तरह की मुश्किल इन छोटे स्कूली बच्चों को उठानी पड़ रही है. अक्सर जब भी ये बरसती नाला उफान पर होता है तो इलाके के स्कूल के बच्चे या तो स्कूल नहीं जा पाते या फिर उन्हीं पानी के कम होने का इंतजार करना पड़ता है.
स्कूल के बच्चों और यहां रहने वाले 4 से पांच गांव के लोगो को ये समस्या इसलिए आ रही है. क्योंकि इन गांव में अभी भी सड़क नही पहुंच पाई है और न ही नालों पर किसी तरह के कोई ब्रिज है. गांव के लोगो को सड़क तक पहुंचने के लिए करीब 2 किलोमीटर पैदल चलना पड़ता है. सबसे ज्यादा दिक्कत तब होती है जब गांव में कोई महिला गर्भवती होती है या फिर किसी मरीज को इमर्जेसी में अस्पताल पहुंचना पड़ता है.
गांव के सरपंच और लोग इस बाबत जिला प्रशासन से लेकर एलजी प्रशासन के ग्रिविएंस सेल तक लोगो को लागतार हो रही दिक्कतों की जानकारी दे चुके है और अपने इलाके में सड़क और पुल बनाने की गुहार लगा चुके है. लेकिन गांव के लोगो की इस मांग पर अभी तक किसी तरह की कोई कार्यवाही नहीं हुई है. ऐसे में गांव के लोग का कहना है की सरकार की ये अनदेखी उनके लिए कभी में बड़ी जोखिम का कारण बन सकती है.
Source : Shahnwaz Khan