कठुआ जिले के हीरानगर इलाके में हिंदू एकता मंच की सभा में उपस्थित होने के लिए गुस्सा झेल रहे बीजेपी के दो मंत्री में से एक चंद्र प्रकाश गंगा ने एक नया खुलासा किया है।
दरअसल चंद्र प्रकाश गंगा ने अंग्रेजी अख़बार टाइम्स ऑफ़ इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में बताया है कि वो जम्मू-कश्मीर बीजेपी प्रमुख के कहने पर इस रैली में गए थे।
उन्होंने कहा, 'हमलोगों को वहां (उस रैली में) पार्टी के कहने पर भेजा गया था। हमारे बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सत शर्मा ने हमसे वहां जाने को कहा था।'
प्रकाश ने कहा, 'लोग जांच को लेकर सशंकित थे इसलिए हमें रैली में भेजा गया था।'
आगे उन्होंने कहा, 'वहां रैली में हिस्सा लेने आए लोगों का कहना था कि उन्हें जांच पर भरोसा नहीं है क्योंकि अब तक मामले को तीन अलग-अलग टीम को ट्रांसफर किया जा चुका है।'
बता दें कि बीजेपी के दो मंत्री चौधरी लाल सिंह और चंद्र प्रकाश गंगा ने शुक्रवार को बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सत शर्मा को अपना इस्तीफा सौंप दिया था।
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जिसके बाद बीजेपी महासचिव राम माधव ने शनिवार को कहा कि जम्मू एवं कश्मीर सरकार में बीजेपी के दो मंत्रियों का इस्तीफा स्वीकार कर लिया गया है, और अब उसे मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के पास भेजा जा रहा है।
माधव ने सहयोगी पीडीपी की ओर से बनाए गए दबाव के बाद बीजेपी हाईकमान द्वारा दोनों मंत्रियों को इस्तीफा देने के लिए कहे जाने की बात को सिरे से खारिज कर दिया।
उन्होंने कहा, 'किसी दबाव का कोई सवाल ही नहीं है। ये दोनों मंत्री लोगों को वहां शांत कराने के लिए गए थे, लेकिन इनकी उपस्थिति को आरोपियों को बचाने के लिए समझ लिया गया। इन्होंने कभी भी आरोपियों का समर्थन नहीं किया।'
माधव ने कहा, 'हां, इसमें नासमझी है और इसलिए इन्होंने पीछे हटने का फैसला किया है।'
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बीजेपी महासचिव ने कहा कि इस फैसले से राज्य में सत्तारूढ़ दोनों पार्टियों के गठबंधन पर कोई असर नहीं पड़ेगा।
माधव ने कहा कि राज्य की अपराध शाखा ने जांच पूरी कर ली है और अदालत में आरोपपत्र दायर कर दिया गया है।
उन्होंने कहा, 'बीजेपी पीड़िता के लिए न्याय चाहती है और इसमें कई दो राय नहीं है। पार्टी के सैद्धांतिक रुख पर किसी तरह का कोई असमंजस नहीं है।'
माधव ने कहा, 'अब अदालत को फैसला करना है।'
गौरतलब है कि कठुआ की आठ साल की बच्ची का 10 जनवरी को अपहरण कर लिया गया था। बच्ची को एक मंदिर में बंधक बनाकर रखा गया।
इस दौरान उसे भूखा रखा गया और नशीली दवाइयां दी गई और बच्ची के साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया। इसके बाद बच्ची की हत्या कर दी गई। बच्ची का शव 17 जनवरी को रसाना गांव के जंगल से मिला था।
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Source : News Nation Bureau