जम्मू-कश्मीर रामबन जिले में कई जगहों पर भूस्खलन के कारण शनिवार को राष्ट्रीय राजमार्ग पूरी तरह ठप हो गया है. लगातार तीसरे दिन भी जम्मू-श्रीनगर राष्ट्रीय राजमार्ग पर यातायात बहाल नहीं हो पाया है जिससे जम्मू-कश्मीर में फंसे लोगों को परेशानियों का सामना करना पड़ रहा है. शनिवार सुबह रामबन के मेहाड में चट्टान खिसकने से राष्ट्रीय राजमार्ग पूरी तरह बंद हो गया, जिसके बाद मशीनें मलबा हटाने में जुटी हुई हैं जिसमें बड़ी-बड़ी मशीनों का इस्तेमाल किया जा रहा है.
शनिवार से पहले आए भूस्खलन के मलबे को साफ करने का काम भी जारी जारी है. परिवहन विभाग ने कहा कि जब तक मार्ग पूरी तरह से सुरक्षित नहीं हो जाता तब तक इस पर किसी भी वाहन के आवागमन अनुमति नहीं दी जाएगी.
पुलिस महानिरीक्षक (आईजीपी), परिवहन आलोक कुमार ने बताया कि कश्मीर घाटी की ओर जा रहे पेट्रोलियम उत्पादों से भरे 100 से अधिक फंसे टैंकर जवाहर सुरंग को शुक्रवार देर शाम पार कर गए.
राजमार्ग के काजीगुंड-बनिहाल में करीब 3,000 वाहनों जिसमें ज्यादातर ट्रक हैं, को सुरक्षित स्थानों पर खड़ा किया गया है. राजमार्ग के बंद होने से घाटी में आवश्यक वस्तुओं की आपूर्ति की कमी हो गई है. दुकानदार इसका फायदा वस्तुओं को महंगे दामों पर बेच कर उठा रहे हैं.
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आमतौर पर 400 रुपये प्रति किलोग्राम बिकने वाला मटन श्रीनगर और घाटी में अन्य जगहों पर 450 रुपये से लकेर 500 रुपये किलोग्राम पर बिक रहा है. सब्जियों आदि के दाम में भी वृद्धि देखने को मिल रही है.
(IANS इनपुट्स के साथ)
Source : News Nation Bureau