जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा ने शुक्रवार को कहा कि व्यक्तिगत फायदे के लिए निर्दोष लोगों की हत्या को सही ठहराने की कोशिश करने वालों पर कानूनी कार्रवाई हो सकती है. सशस्त्र पुलिस के जीवान परिसर में पुलिस स्मृति दिवस परेड को संबोधित करते हुए सिन्हा ने कहा, व्यक्तिगत लाभ के लिए निर्दोष हत्याओं को सही ठहराने की कोशिश करने वाले देश की अखंडता और संप्रभुता को चुनौती दे रहे हैं.
उन्होंने कहा, मैं यह कहने में नहीं हिचकिचाता कि अगर जरूरत पड़ी तो ऐसे लोगों को कानून के मुताबिक कार्रवाई का सामना करना पड़ेगा. उपराज्यपाल ने किसी का नाम नहीं लिया, लेकिन वह स्पष्ट रूप से पूर्व मुख्यमंत्री डॉ फारूक अब्दुल्ला के हालिया बयान की ओर इशारा कर रहे थे जिसमें उन्होंने कहा था कि जब तक न्याय नहीं दिया जाता, तब तक जम्मू-कश्मीर में हत्याएं नहीं रुकेंगी. सिन्हा ने कहा कि जम्मू-कश्मीर पुलिस देश की सबसे अच्छी पुलिस है, जो कई मोचरें पर लड़ रही है.
उन्होंने कहा, चाहे कानून-व्यवस्था बनाए रखना हो, आतंक से लड़ना हो, यातायात का प्रबंधन करना हो या दिन-प्रतिदिन के अपराध से निपटना हो, जम्मू-कश्मीर पुलिस एक सराहनीय काम कर रही है. जो लोग शांति भंग करने की कोशिश कर रहे हैं उन्हें भारी कीमत चुकानी पड़ेगी.
उन्होंने कहा, जम्मू-कश्मीर पुलिस ने शांति स्थापित करने और आतंकवाद को खत्म करने में सर्वोच्च बलिदान दिया है. अभी भी कुछ तत्व हैं जो पड़ोसी देश के इशारे पर शांति भंग करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्हें भारी कीमत चुकानी होगी. पुलिस शहीदों के परिवारों द्वारा बहाए गए आंसू की एक-एक बूंद का बदला लेगी. उन्होंने कहा, शहीदों को सर्वश्रेष्ठ श्रद्धांजलि आतंकवाद के ताबूत में आखिरी कील ठोकना होगा, जो अपनी मौत की शय्या पर है और लंबे समय तक जीवित नहीं रहेंगे.
उन्होंने कहा कि समाज को उन तत्वों का बहिष्कार करने की जरूरत है जो अभी भी जम्मू-कश्मीर में शांति भंग करने की कोशिश कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आतंकवाद और अन्य चुनौतियों से लड़ने के लिए पुलिस को सभी लेटेस्ट गैजेट और इनोवेशन साधन उपलब्ध कराए जा रहे हैं. उन्होंने कहा, प्रशासन कल्याणकारी योजनाओं, वित्तीय सहायता और बच्चों की शिक्षा के माध्यम से पुलिस शहीदों के परिवारों के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है.
Source : IANS