जम्मू एवं कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने शनिवार को केंद्रीय गृहमंत्री राजनाथ सिंह से बात कर मानवीय आधार पर एक अलगाववादी नेता को रिहा करने की मांग की. उन्होंने ट्वीट कर कहा, 'गृहमंत्री से बात कर मानवीय आधार पर शाहिद उल इस्लाम की जल्द रिहाई का आग्रह किया क्योंकि उसकी पत्नी को ब्रेन हेमरेज हुआ था.'
अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारूक की अध्यक्षता वाले हुर्रियत समूह से संबंध रखने वाले शाहिद-उल-इस्लाम को 2018 में राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने गिरफ्तार किया था और वह अभी दिल्ली के तिहाड़ जेल में बंद है.
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शाहिद की पत्नी को पिछले सप्ताह ब्रेन हेमरेज हुआ था और वह तभी से अस्पताल में भर्ती है.
बता दें कि हाल ही में जम्मू-कश्मीर की पू्र्व मुख्यमंत्री और पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) प्रमुख महबूबा मुफ्ती ने स्थानीय आतंकियों (मिलिटैन्ट्स) को 'मिट्टी का पुत्र' बताया और कहा था और उन्हें बचाने के लिए प्रयास किए जाने की बात कही थी. उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को 'बंदूक की जंग' को खत्म करने के लिए जम्मू-कश्मीर में बंदूक उठाने वालों के नेतृत्व से बातचीत शुरू करनी चाहिए. अनंतनाग में पार्टी के कार्यक्रम के बाद मुफ्ती ने कहा, 'अब पाकिस्तान और अलगाववादियों के साथ बातचीत करनी चाहिए. इसी तरह बंदूक थामने वाले मिलिटैन्ट के नेतृत्व से भी बातचीत करनी चाहिए, सिर्फ वे ही बंदूक की संस्कृति को खत्म कर सकते हैं.'
Source : IANS