जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री और पीपुल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) की नेता महबूबा मुफ्ती ने गुरुवार को सरकार पर यह कहते हुए निशाना साधा कि देश को भारत के संविधान के अनुसार नहीं चलाया जा रहा है और असंतोष जताने वालों को अपराधी घोषित कर दिया जाता है. मुफ्ती ने यह टिप्पणी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) की ओर से मनी लॉन्ड्रिंग जांच के सिलसिले में उनके साथ करीब साढ़े पांच घंटे से अधिक समय तक की गई पूछताछ के बाद की. इससे पहले दिन में, मुफ्ती ईडी कार्यालय में राजबाग इलाके में स्थित वित्तीय जांच एजेंसी के कार्यालय में कड़ी सुरक्षा के बीच पहुंची थीं. ईडी अधिकारियों के अनुसार, उनका बयान धन शोधन निवारण अधिनियम (पीएमएलए) के तहत दर्ज किया गया है.
मीडिया से बात करते हुए, पीडीपी नेता ने कहा, "इस देश में अब सत्ता का विरोध एक अपराध बन चुका है. इस देश को ईडी, सीबीआई और एनआईए जैसी एजेंसियां चला रही हैं." मुफ्ती ने कहा कि या तो आपके खिलाफ देशद्रोह का आरोप लगाया जाता है या आपके खिलाफ मनी लॉन्ड्रिंग का मामला दर्ज किया जाता है. उन्होंने कहा, "और जब आप बोलते हैं, तब प्रवर्तन निदेशालय और अन्य एजेंसियों का उपयोग किया जाता है."
केंद्र सरकार पर हमला करते हुए, मुफ्ती ने कहा, "देश भारत के संविधान के अनुसार नहीं चल रहा है और यह भारत की एक राजनीतिक पार्टी के अनुसार चल रहा है. जो लोग बोलते हैं, वे त्रस्त हैं. जो लोग विरोध करते हैं या बोलते हैं, उन्हें ईडी, एनआईए आदि द्वारा परेशान किया जाता है." उन्होंने आगे कहा कि उनके पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है. मुफ्ती ने कहा, "मेरे पास छिपाने के लिए कुछ भी नहीं है और मेरे हाथ साफ हैं. यही कारण है कि उन्हें दो साल लग गए और अब वे मेरे पिता की संपत्ति के बारे में पूछ रहे हैं और यह कह रहे हैं कि आपने विधवाओं को अपना समर्पित धन कैसे दिया."
मुफ्ती ने यह भी कहा कि उनकी पार्टी जम्मू एवं कश्मीर के मुद्दों पर संघर्ष करती रहेगी, जिसके लिए पीडीपी का गठन किया गया था. उन्होंने कहा, "हम इसके लिए काम करना जारी रखेंगे और हम धारा 370 को बहाल करने के लिए भी काम करेंगे." इससे पहले मुफ्ती ने राष्ट्रीय राजधानी में पूछताछ के लिए ईडी की ओर से जारी किए गए समन को दरकिनार कर दिया था और वह पेश नहीं हुईं थी. उन्होंने ईडी से एजेंसी के श्रीनगर कार्यालय में पूछताछ करने का अनुरोध किया है, जिसे एजेंसी ने स्वीकार कर लिया.
Source : News Nation Bureau