जम्मू-कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री एवं पीडीपी नेता महबूबा मुफ्ती ने तालिबान पर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने कुलगाम में कहा कि तालिबान हकीकत बनकर सामने आ रहा है. और उनको चहिए कि पहली बार उनकी जो छवि बनी है वो इंसानों के खिलाफ थी लेकिन अबकी बार वो आए हैं और हुकूमत करना चाहते हैं अफगानिस्तान में तो बाकी जो असली शरिया कहता है, जो हमारे कुरान शरीफ में है.जो बच्चों और औरतों के अधिकार हैं. किस तरह से शासन करना चाहिए जो मदीने का हमारा मॉडल रहा है. तो अगर वो वाकई उसपर अमल करना चाहते हैं तो वो दुनिया के लिए मिसाल बन सकते हैं. अगर वो उसपर अमल करेंगे तभी दुनिया के देश हैं उनके साथ कारोबार कर सकते हैं. अफगानिस्तान में तालिबान के कब्जे और अब सरकार गठन के बाद महबूबा मुफ्ती ने भी इसपर अपनी राय रखी है.
इसके पहले जम्मू-कश्मीर के पूर्व मुख्यमंत्री एवं नेशनल कांफ्रेंस के नेता फारूक अब्दुल्ला ने भी तालिबान पर बड़ा बयान दिया था. उन्होंने श्रीनगर में एक कार्यक्रम में कहा था कि तालिबान को अफगानिस्तान में इस्लामिक नियमों के आधार पर शासन करना चाहिए, दुनिया के सभी देशों के साथ अच्छे संबंध स्थापित करने चाहिए. फारूक अब्दुल्ला ने कहा कि वह उम्मीद करते हैं कि तालिबान हर किसी से इंसाफ करेगा. फारूक के बाद अब जम्मू कश्मीर की पूर्व मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को तालिबान से बहुत आशा दिख रही है.
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महबूबा ने आगे कहा कि खुदा ना खास्ता अगर जो बीते सालों में उन्होंने अपना एक तरीका अपनाएंगे तो फिर सारी दुनिया के लिए ही नहीं अफगानिस्तान के लोगों के लिए भी मुश्किल हो जाएगी. मसरत आलम को हुर्रियत का चीफ बनाए जाने को लेकर उन्होंने कहा कि वो उनका आपस का मसला है. इसके अलावा उन्होंने कहा कि केंद्र बाहर से लोगों को यहां लेकर आती है, लेकिन हमें यहां बंद कर रखा है और कहती है कि हमें यहां खतरा है ये बात हमें समझ नहीं आती है.
HIGHLIGHTS
- महबूबा मुफ्ती ने तालिबान पर दिया बड़ा बयान
- तालिबान हकीकत बनकर सामने आ रहा है
- फारूक अब्दुल्ला ने भी की थी तालिबान की प्रशंसा