जम्मू-कश्मीर के अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारूक आतंकी फंडिंग मामले में पूछताछ के लिए राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) के समक्ष पेश होने के लिए दिल्ली पहुंच गया है. इससे पहले एनआईए के तीसरे नोटिस के बाद अलगाववादी नेता मीरवाइज उमर फारूक ने पूछताछ के लिए एजेंसी के सामने दिल्ली में पेश होने की बात कही थी. इस बात की जानकारी रविवार को हुर्रियत के एक प्रवक्ता ने दी थी.
यह भी पढ़ें- भारत के फिर से हमला करने की आशंका से खौफ में पाकिस्तान, भारतीय उप-उच्चायुक्त को भेजा समन
हाल ही में एनआईए ने मीरवाइज को तीसरा नोटिस भेजकर उन्हें आठ अप्रैल को दिल्ली में एजेंसी के समक्ष पेश होने को कहा था. इससे पहले एनआईए द्वारा भेजे गए दो नोटिस का जवाब देते हुए उन्होंने दिल्ली का दौरा करने में सुरक्षा संबंधी चिंता जाहिर की थी.
यह भी पढ़ें- अमेरिका में पाकिस्तान के खिलाफ प्रदर्शन, पश्तून और बलूच समेत कई समुदाय ने उठाई ये मांग
इस मामले में एनआईए ने कुछ दिन पहले जम्मू-कश्मीर में कई अलगाववादी नेताओं के ठिकानों पर छापे मारे थे. मीरवाइज उमर फारूक और गिलानी के आवासों के अलावा, एनआईए ने शीर्ष अलगाववादी नेताओं -जेकेएलएफ के अध्यक्ष यासीन मलिक, जेकेडीएफपी के अध्यक्ष शब्बीर शाह, तहरीक-ए-हुर्रियत के अध्यक्ष मोहम्मद अशरफ खान, एपीएचसी के महासचिव मसरत आलम, जेकेएसएम के अध्यक्ष अकबर भट्ट के आवासों पर छापे मारे थे.
यह भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर का हाईवे आम नागरिकों के लिए 2 दिन रहेगा बंद, महबूबा-फारूख ने फैसला मानने से किया इंकार
जांच से जुड़े एनआईए के एक अधिकारी ने बताया था कि अवामी एक्शन कमेटी के अध्यक्ष, मीरवाइज और 6 से अधिक शीर्ष अलगाववादी नेता आतंकी वित्तपोषण मामले में जल्द ही कार्रवाई का सामना कर सकते हैं. एजेंसी ने यह मामला मई 2017 में दर्ज किया था. अधिकारी ने हालांकि यह स्पष्ट नहीं किया कि इन अलगाववादी नेताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की जाएगी, या उन्हें गिरफ्तार किया जाएगा. उसने सिर्फ इतना कहा कि जून से पहले कुछ बड़ा होने वाला है.
Source : News Nation Bureau