विपक्षी नेशनल कांफ्रेंस (एनसी) और निर्दलीय विधायक इंजीनियर राशिद ने दिल्ली पुलिस द्वारा एक कश्मीरी व्यापारी की गिरफ्तारी को लेकर मंगलवार को जम्मू और कश्मीर विधानसभा की कार्यवाही को बाधित किया।
निर्दलीय विधायक इंजीनियर राशिद ने कहा कि क्या राज्य सरकार कावा को अफजल गुरु की तरह फांसी पर लटकाए जाने के इंतजार में है और इसके बाद ही वह संवेदनशील मुद्दे पर बयान देगी?
दिल्ली पुलिस और गुजरात आतंकवाद विरोधी दस्ते ने कश्मीरी व्यापारी बिलाल अहमद कावा (37) को दिल्ली के इंदिरा गांधी अंतर्राष्ट्रीय हवाईअड्डे पर गिरफ्तार किया। कावा को 2000 में लाल किले पर हमले में कथित संलिप्तता को लेकर 12 जनवरी को गिरफ्तार किया गया।
दिल्ली पुलिस ने कहा कि कावा के बैंक खाते का इस्तेमाल लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी वित्तपोषण के लिए किया गया। एनसी के वरिष्ठ नेता व विधायक अली मोहम्मद सागर ने मंगलवार को 'एक निर्दोष कश्मीरी व्यापारी की गिरफ्तारी को लेकर राज्य सरकार पर केंद्र से डरने का' आरोप लगाया।
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विधानसभा में सागर ने कानून व संसदीय कार्य मंत्री अब्दुल रहमान वेरी से व्यापारी की गिरफ्तारी पर बयान देने की मांग की। सागर ने कहा, 'जब वह निर्दोष हैं तो क्यों राज्य सरकार उनकी रक्षा की जिम्मेदारी से भाग रही है।'
एनसी नेता ने व्यापारी की 17 साल बाद गिरफ्तारी को लेकर सवाल उठाया। लाल किले पर हमला साल 2000 में किया गया था।
व्यापारी की मां ने सोमवार को जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती से उसकी रिहाई को लेकर मामले में दखल देने की अपील की थी।
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Source : IANS