जम्मू-कश्मीर के पूर्व सीएम उमर अब्दुल्ला ने आरोप लगाया है कि बीजेपी राज्य में विभाजन की राजनीति कर रही है. रियासत को बचाने के लिए पीडीपी-कांग्रेस के साथ सरकार बनाने का फैसला किया था. उमर अब्दल्ला का दावा है कि उन्हें पता चला था कि रातोंरात कानून बनाए जा रहे हैं. जम्मू-कश्मीर को लड़ाने की कोशिश की जा रही है. जम्मू-कश्मीर के आईन को बदलने की कोशिश की जा रही है. धमकियां देकर पार्टियों को तोड़ा जा रहा है.
पूर्व सीएम का आरोप है कि गठबंधन की बात पर कहा गया कि हमने दुबई में मीटिंग की. लंदन से हमें लेटर लिखा गया है. उन्होंने कहा कि हमारे बारे में कहा गया कि पाकिस्तान से हमें लोकल बॉडी और पंचायत चुनावों से दूर रहने को कहा गया है और बाद में सरकार बनने के लिए भी पाकिस्तान से कहा गया और जिन्होंने ये कहा उनसे जब मैंने इसे साबित करने को कहा तो उन्होंने अपने शब्द वापस ले लिये.
अब्दुल्ला ने कहा कि जम्मू-कश्मीर में सरकार गिरने के एक महीने बाद ही बीजेपी ने सरकार बनाने की बात शुरू कर दी. 26 विधायकों की बीजेपी ने 2 विधायकों वाली पार्टी को कहा- सरकार बनाओ. अगर लोगों ने चुनावों में फिर गलती की तो बीजेपी फिर इसी तरह से लोगो से धोखा करेगी. मैं बीजेपी को चुनौती देता हूं कि वो बताए कि अगला सीएम किसको बनाएंगे.
उन्होंने कहा, बीजेपी ने लोगों से सब झूठे वायदे किये, चाहे वो कश्मीरी पंडितों को वापस भेजने की बात हो, पाकिस्तान रिफ्यूजियों का हो या फिर कारगिल को यूनियन टेरिटरी बनाने की बात सब झूठ है. बीजेपी के पास अब लोगों का सामना करने की हिम्मत नहीं है तो अब उन्हें साढे चार साल के बाद मजहब याद आया. अगर सरकार दुनिया का सबसे बड़ा स्टेचू बना सकती थी तो राम मंदिर भी बना सकती थी. अब लोगों को बताने की बारी आई तो राम मंदिर का ढिंढोरा पीट रही है.
Source : News Nation Bureau