जम्मू-कश्मीर पुलिस महानिदेशक दिलबाग सिंह ने शनिवार को कहा कि पाकिस्तान चिनाब घाटी में फिर से आतंकवाद पैदा करने की कोशिश कर रहा है. उन्होंने अपने जवानों से अपील की कि वे क्षेत्र को आतंकवाद से पुन: पूरी तरह मुक्त करने के लिए अथक प्रयास करें. सिंह ने गणतंत्र दिवस की पूर्व संध्या पर डोडा जिले की अपनी यात्रा के दौरान संवाददाताओं से कहा, ‘यह (चिनाब घाटी) क्षेत्र आतंकवाद से बुरी तरह ग्रस्त था. कुछ समय पहले यहां से आतंकवाद का पूरी तरह सफाया किया गया था, लेकिन पाकिस्तानी एजेंसियों की लगातार कोशिश के कारण करीब नौ आतंकवादी किश्तवाड़ और डोडा जिलों में सक्रिय हो गए.’
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दिलबाग सिंह ने कहा कि पाकिस्तान चिनाब घाटी में फिर से आतंकवाद पैदा करने की कोशिश कर रहा है, लेकिन पुलिस और केंद्रीय सशस्त्र बलों के संयुक्त प्रयासों से आतंकवादी नेटवर्कों को नष्ट कर दिया गया और जमीनी स्तर पर काम कर रहे उनके सदस्यों एवं सहायता प्रणाली का भी भंडाफोड़ कर दिया गया. उन्होंने आगे कहा कि नौ सक्रिय आतंकवादियों में से चार मारे जा चुके है और दो अन्य को (पिछले पांच महीने में) गिरफ्तार किया जा चुका है. तीन आतंकवादी किश्तवाड़ और कश्मीर का एक अन्य आतंकवादी डोडा जिले में अब भी सक्रिय हैं.
पुलिस प्रमुख ने जम्मू के पुलिस महानिदेशक मुकेश सिंह के साथ जिले में सुरक्षा और कानून-व्यवस्था का जायजा लिया और जिला पुलिस लाइन पर अधिकारियों एवं जवानों के साथ बैठक की. डीजीपी ने बटोत का भी दौरा किया और वहां पुलिस अधिकारियों से बातचीत की. उन्होंने मुश्किल समय में शांति से काम लेने और खासकर अनुच्छेद 370 को निरस्त किए जाने के बाद पैदा हुए हालात से पेशेवर तरीके से निपटने के लिए डोडा पुलिस की सराहना की.
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दिलबाग सिंह ने क्षेत्र में आतंकवाद से निपटने में पुलिस के ‘‘उत्कृष्ट कार्य’’ की सराहना की. अधिकारी ने कहा कि हमें जिले से बचे-खुचे आतंकवाद के सफाए के लिए अथक प्रयास करने की आवश्यकता है. डीजीपी ने नशामुक्त समाज सुनिश्चित करने के लिए अवैध रूप से नशीले पदार्थ बेचने वालों को जनसुरक्षा कानून के तहत हिरासत में लेने के लिए विशेष मुहिम आरंभ करने पर भी बल दिया.