Jammu Kashmir : पाकिस्तान और उसकी एजेंसी सरहद पार से लागतार बड़े पैमाने पर नार्को और हथियारों की सप्लाई कराने की कोशिश में लगी है. ये कहना है जम्मू-कश्मीर पुलिस के डीजीपी दिलबाग सिंह का. डीजीपी का यह बयान पुंछ बॉर्डर इलाके से पकड़ी गई नशे की सबसे बड़ी खेप और साथ ही 2 करोड़ रुपये की रिकवरी के बाद आया है. दरअसल, पुलिस और सेना ने पुंछ के मंडी इलाके से क्रॉस बॉर्डर नार्को टेरर में लगे नार्को स्मगलर रफी लाला के घर से 7 किलो हेरोइन बरामद की थी, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत करोड़ों के आसपास आंकी गई है. उसके पास से 2 करोड़ 30 लाख रुपये कैश के साथ 1500 यूएस डॉलर भी बरामद किए गए थे.
इसी हफ्ते एलओसी के करीब पाकिस्तान से की जा रही ड्रग सप्लाई के दौरान सुरक्षाबलों ने नार्को टेरर में लगे 3 लोगों को दबोचने में कामयाबी हासिल की थी. इसे लेकर डीजीपी ने कहा कि पाकिस्तान की तरफ से ये कार्रवाई आतंकवाद को जिंदा रखने के लिए की जा रही है. पाकिस्तान सीधे तौर पर इस पैसे का इस्तेमाल आतंकी गतिविधियों और हथियारों को खरीदने में कर रहा है. डीजीपी के मुताबिक, पुंछ में पकड़ी गई नशे की खेप के तार अंतरराष्ट्रीय स्तर पर जुड़े होने की भी आशंका है.
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डीजीपी ने ये भी कहा है कि पाकिस्तान बड़े ही शातिराना तरीके से नार्को टेरर और इसमें लगे लोगों का इस्तेमाल आतंकवाद के लिए कर रहा है. सरहद के इस पार नार्को टेरर में लगे लोगों का इस्तेमाल कोरियर या फिर OGW के रूप में आतंकियों का सपोर्ट स्ट्रक्चर खड़ा करने में किया जा रहा है. नार्को से आने वाले पैसे से नए कैडर की भर्ती करवाने की भी कोशिश की जा रही है, लेकिन जम्मू कश्मीर पुलिस और दूसरी सुरक्षा एजेंसियां कॉम्प्रिहेंसिव स्ट्रटेजी के तहत इस पूरे नेक्सस के खिलाफ काम कर रही है. डीजीपी के मुताबिक, बॉर्डर पार से इंफिल्ट्रेशन की कोशिशें भी लगातार हो रही हैं, लेकिन सभी कोशिशों को नाकाम किया जा रहा है.