जम्मू-कश्मीर (Jammu Kashmir) का इतिहास कल यानी गुरुवार को बदल जाएगा. कश्मीर (Kashmir) में बहुत बड़ा बदलाव हो जाएगा. गुरुवार से कश्मीर में सबकुछ नया होगा. ये बदलता कश्मीर पाकिस्तान (Pakistan) के लिए करारा जवाब है. पाकिस्तान रोता रहा और कश्मीर बदलता रहा. जम्मू-कश्मीर को जो राज्य का दर्ज मिला था, वो गुरुवार को खत्म हो जाएगा. इसके साथ ही जम्मू-कश्मीर औपचारिक रूप से दो भागों में बंट जाएगा. एक जम्मू-कश्मीर तो दूसरा लद्दाख होगा.
यह भी पढ़ें- Aadhar Card में चेंजेज पर UIDAI ने लगाई पाबंदी, अब नहीं कर सकेंगे ये बदलाव
जम्मू-कश्मीर और लद्दाख दो केंद्रशासित (Union Terrority) प्रदेश होंगे. जम्मू-कश्मीर की स्थिति दिल्ली (Delhi) जैसी होगी. वहीं लद्दाख की स्थिति पुद्दुचेरी (Puducheri) जैसी होगी. जम्मू-कश्मीर केंद्र शासित प्रदेश के नए उपराज्यपाल (LG) गिरीश चंद्र मुर्मू (Girish Chandra Murmoo) होंगे. वहीं लद्दाख के उपराज्यपाल आर के माथुर (RK Mathur) होंगे. इसके अलावा आईएएस (IAS) अधिकारी उमंग नरूला (Umang Narulla) को लद्दाख (Laddakh) के उपराज्यपाल का सलाहकार नियुक्त किया गया है.
यह भी पढ़ें- राजस्थान: आर्थिक तंगी दूर करने के लिए सरकार निजी वाहनों से वसूल करेगी फिर से Toll Tax
वहीं, आईपीएस अधिकारी एसएस खंडारे को लद्दाख के पुलिस का मुखिया (IGP) नियुक्त किया गया है. बताया जा रहा है कि दोनों राज्यों में गुरुवार को दो अलग-अलग शपथ ग्रहण समारोहों का आयोजन किया जाएगा. जम्मू-कश्मीर उच्च न्यायालय की मुख्य न्यायाधीश गीता मित्तल दोनों उपराज्यपाल मुर्मू और माथुर को शपथ दिलाएंगी. वहीं जम्मू-कश्मीर के गवर्नर सत्यपाल मलिक (Governor Satya Pal Malik) का ट्रांसफर कर दिया गया. वो अब गोवा की कमान संभालेंगे. सत्यपाल मलिक को गोवा का राज्यपाल बनाया गया है. इससे पहले मृदुला सिन्हा गोवा की राज्यपाल थीं. उन्हें हटाकर सत्यपाल मलिक (Satya Pal Malik) को केंद्र सरकार ने वहां का राज्यपाल नियुक्त किया है.
यह भी पढ़ें-जम्मू-कश्मीर :सीमा पार से पाकिस्तान ने की गोलीबारी, 1 नागरिक की मौत, 3 घायल
वहीं जम्मू-कश्मीर में गिरीश चंद्र मुर्मू (Girish Chandra Murmu)को जम्मू-कश्मीर (Jammu and kashmir) के नए उपराज्यपाल की जिम्मेदारी दी गई है. जम्मू-कश्मीर के पहले उपराज्यपाल गिरीश चंद्र मुर्मू ( Lieutenant Governor) बने हैं. जेसी मुर्मू 1985 बैच के आईएएस अधिकारी हैं. फिलहाल वह वित्त विभाग में व्यय सचिव हैं. जम्मू-कश्मीर से अलग करके लद्दाख को केंद्र शासित प्रदेश बनाया गया है.
यह भी पढ़ें-दिल्ली में RSS की बैठक, बोले- राम मंदिर पर पक्ष में फैसला आने पर सड़क पर नहीं मनाएंगे जश्न
लद्दाख के पहले उपराज्यपाल कृष्ण माथुर को बनाया गया है. दोनों केंद्र शासित प्रदेश (जम्मू-कश्मीर और लद्दाख) 31 अक्टूबर को अस्तित्व में आएंगे. मोदी सरकार ने 31 अक्टूबर से पहले बड़ी उलटफेर की है. पीएस श्रीधरन पिल्लई (PS Sreedharan Pillai ) को मिजोरम (Mizoram) का राज्यपाल नियुक्त किया गया है. बता दें कि 5 अगस्त को जम्मू-कश्मीर से लद्दाख को अलग करके दो केंद्र शासित प्रदेश बना दिया है. जम्मू-कश्मीर और लद्दाख को केंद्र शासिल प्रदेश बनाया है. 31 अक्टूबर को दोनों केंद्र शासित राज्य प्रभाव में आने वाले हैं. इससे पहले दोनों जगहों पर लेफ्टिनेंट गवर्नर नियुक्त कर दिया गया है. हर कर्मचारी 31 अक्टूबर से केंद्र के सरकारी कर्मचारी बन जाएंगे.