कठुआ गैंगरेप को लेकर पीपल्स डेमोक्रेटिक पार्टी (पीडीपी) के अंदर ही अब सवाल उठने लगे हैं।
जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती के भाई और राज्य पर्यटन मंत्री तसादुक मुफ्ती ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इस जुर्म में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) और पीडीपी दोनो भागीदार है।
उन्होंने कहा कि सरकार की ग़लती की कीमत कश्मीरियों को अपने खून से चुकानी पड़ सकती है। इतना ही नहीं मुफ़्ती ने यह भी कहा कि भले ही यह उनकी निजी राय है लेकिन सच यह है कि पीडीपी के अंदर के लोग भी ऐसा ही सोचते हैं।
उन्होंने कहा, 'आज सबसे बड़ी समस्या यह है कि हम नियंत्रित हैं फिर भी हम पर विश्वास नहीं किया जाता। राज्य की स्थिति संवारने के लिए हम साझेदार हैं। लेकिन स्वीकारते हुए खराब लगता है कि किए गए वादे पूरे नहीं होते। हम (पीडीपी-बीजेपी) जुर्म में भागीदार हैं, जिसके कारण कश्मीरियों की एक पीढ़ी को अपने खून से इसकी कीमत चुकानी पड़ सकती है।'
तसादुक ने केंद्र सरकार से अपील की, 'हठी रवैया छोड़कर असल समस्या पर ध्यान दिया जाए। राज्य में तनाव के हालात पर काबू किया जाए और राजनीतिक गतिविधियों को आगे बढ़ाया जाए।'
उन्होंने आगे कहा, 'बलात्कार के बाद मासूम बच्ची की बर्बर हत्या और सांप्रदायिक राजनीति ने राज्य का स्तर गिराया, जो कि हम सबके लिए शर्म की बात है। अगर गठबंधन की सरकार का मतलब लगातार विफलता और अपमान का सामना करना है तो मैं ऐसी स्थिति में अपनी बेचैनी नहीं छिपा पाता हूं।'
बता दें कि पर्यटन मंत्री का यह बयान कठुआ जिले में नाबालिग के साथ गैंगरेप की घटना के बाद आई है। कठुआ जिले में खानाबदोश बकरवाल समुदाय की आठ वर्षीय एक बच्ची को 10 जनवरी को अगवा किया गया था।
अगवा करने के बाद अगले सात दिनों तक उस बच्ची को भूखा रखा गया और नशीली दवाईयां दी गई। इस दौरान पुलिसवालों समेत कई लोगों ने उस बच्ची के साथ गैंगरेप किया। बाद में बच्ची की गला दबा कर हत्या की गई।
इतना ही नहीं वो बच्ची मरी है कि नहीं यह सुनिश्चित करने के लिए बाद में उसके सिर को पत्थर से कुचला गया।
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Source : News Nation Bureau