जम्मू एवं कश्मीर के सांबा जिले में अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर शुक्रवार को हिरासत में लिए गए पाकिस्तानी नागरिक को सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) ने शनिवार को सद्भावना संदेश के तहत वापस भेज दिया. एक अधिकारी ने कहा कि पाकिस्तान में पंजाब प्रांत के नारोवाल जिले के बोई गांव निवासी मोहम्मद अशरफ (60) को बीएसएफ के जवानों ने सांबा जिले के रामगढ़ सेक्टर में उस समय हिरासत में ले लिया था जब वह सीमा पार कर भारत में आने की कोशिश कर रहा था.
उन्होंने बताया कि सद्भावना संदेश तथा सीमा पर शांति बनाए रखने के लिए बीएसएफ ने उसे पाकिस्तानी रेंजरों को सौंप दिया.
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PRO BSF: As a goodwill gesture and maintaining peace & tranquility at International Border, today at about 1540 hrs Border Security Force (BSF) handed over Pakistan national, apprehended y'day while crossing International Border in Ramgarh area of Samba district, to Pak Rangers. pic.twitter.com/QeMWnnH94x
— ANI (@ANI) March 9, 2019
PRO BSF: As a goodwill gesture and maintaining peace & tranquility at International Border, today at about 1540 hrs Border Security Force (BSF) handed over Pakistan national, apprehended y'day while crossing International Border in Ramgarh area of Samba district, to Pak Rangers. https://t.co/wH6QJxGNli
— ANI (@ANI) March 9, 2019
बता दें दोनों देशों की अंतर्राष्ट्रीय सीमा पर शांति कायम रखने के लिए BSF ने यह कदम उठाया है. अभी हाल ही में 1 मार्च को पाकिस्तान ने भारत के जाबांज पायलट अभिनंदन को भारत को सौंपा है.
गौरतलब है कि 14 फरवरी के दिन जम्मू कश्मीर के पुलवामा में पाकिस्तान पौषित आतंकवादियों द्वारा किए गए आत्मघाती हमले में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे. इस हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मोहम्मद ने ली थी. जिसके बाद भारत सरकार ने कड़ा रुख अपनाते हुए 26 फरवरी की सुबह 3:30 बजे पाकिस्तान के बालकोट स्थित जैश-ए-मोहम्मद के ट्रेनिंग कैंप को निशाना बनाते हुए एयरस्ट्राइक की जिसमें 300 से 350 आतंकी मारे गए थे. लेकिन इस बीच भारत के पायलट अभिनंदन मिग 21 लेकर उड़े थे जिनका पाकिस्तानी एयरफ़ोर्स के हमले से विमान पाकिस्तान प्रशासित कश्मीर में गिर गया. जिसके बाद पाकिस्तानी सेन्य अधिकािरियों ने उन्हें अपनी गिरफ्त में ले लिया था.. लेकिन भारत के दबाव के चलते पाकिस्तान ने उन्हें 1 मार्च को वाघा बॉर्डर के रास्ते भारत को सौंप दिया गया.
Source : News Nation Bureau