जम्मू-कश्मीर में पुंछ के जंगल में छिपे आतंकियों के खिलाफ बड़े ऑपरेशन की तैयारी हो रही है.नागरिकों की सुरक्षा की खातिर अब सीआरपीएफ पहले से ज्यादा मुस्तैदी दिखाते हुए चौबीसों घंटे और सातों दिन ड्यूटी में लग गई है. लोगों को हिदायत दी गई है कि वह अपने-अपने घरों में ही रहें. इलाके की दुकानें बंद करने के लिए भी कहा गया है. साथ ही इस संबंध में मस्जिद से अपील भी की जा रही है. कुछ ही देर पहले ही सेना प्रमुख यहां पहुंचे थे. इस दौरान सैन्य अधिकारियों ने उन्हें सुरक्षा व्यवस्था से जुड़ी तमाम जानकारी दी थी. जिसके बाद संभावना जताई जा रही थी कि नरवणे आतंकियों पर कार्रवाई करने को लेकर कोई बड़ा एक्शन लेने का आदेश दे सकते हैं.
सोमवार को भाटादूड़ियां जंगल में आतंकियों के खिलाफ ऑपरेशन के बीच सेना ने दो बड़े धमाके किए थे. ये धमाके आईईडी लगाकर किए गए. आतंकियों के खिलाफ अभियान जारी रखने का निर्णय किया गया है. पुंछ में अतिरिक्त पैरा कमांडो और सैन्य कर्मियों को भेजा गया है. जंगलों में छिपे आतंकियों की तलाश कर ऑपरेशन को पूरी एहतियात बरतते हुए जल्द खत्म करने की रणनीति के तहत यह कदम उठाया गया है.
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बताया जा रहा है कि सेना को आतंकियों के ठिकाने मिले थे, जिन्हें धमाके से उड़ाया गया. सेना ने घेराबंदी को कड़ा कर दिया है, लेकिन घना जंगल होने की वजह से सेना का ऑपरेशन कदम दर कदम आगे बढ़ रहा है. पुंछ में भौगोलिक परिस्थितियां बेहद कठिन हैं. पहाड़ की ढलान पर घना जंगल है. बीच में नाले भी हैं. ऐसी परिस्थितियों में पूरी एहतियात के साथ ही ऑपरेशन को चलाया जा रहा है.
आतंकियों के चिह्नित ठिकानों पर लगातार गोलीबारी की जा रही है. सेना ने सोमवार को ड्रोन का इस्तेमाल भी किया. ड्रोन से चिह्नित ठिकानों पर ग्रेनेड दागे गए, जिससे देर तक इलाका धमाकों से गूंजता रहा. घने जंगल में चल रहे ऑपरेशन को अत्याधुनिक हथियारों से अंजाम दिया जा रहा है.
जम्मू-कश्मीर में नागरिकों को निशाना बनाकर हो रहे आतंकी हमलो के बीच जगह-जगह न सिर्फ सर्च ऑपरेशन चलाए जा रहे हैं बल्कि संदिग्धों की तलाशी भी ली जा रही है. इसके अलावा पूरे केंद्र शासित प्रदेश में वाहनों की तलाशी के लिए चेक पोस्ट भी बना दिए गए हैं.
सीआरपीएफ के असिस्टेंट कमांडर ने कहा, 'सीआरपीएफ की भूमिका जम्मू-कश्मी के लोगों की सुरक्षा करने की है. हम चौबीसों घंटे काम कर रहे हैं, गाड़ियां चेक कर रहे हैं, अलग-अलग जगहों में सुरक्षा व्यवस्था की देखभाल कर रहे हैं और लोगों में सुरक्षा की भावना को भी बढ़ा रहे हैं.'
सीआरपीएफ के एक इंस्पेक्टर ने बताया, 'हमने यहां एक 24 घंटे वाला चेक पोस्ट बनाया है और हम सभी स्थानीय, गैर-स्थानीय लोगों की तलाशी ले रहे हैं ताकि सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके.'
HIGHLIGHTS
- सीआरपीएफ पहले से ज्यादा मुस्तैदी दिखाते हुए चौबीसों घंटे और सातों दिन ड्यूटी में लग गई है
- पूरे केंद्र शासित प्रदेश में वाहनों की तलाशी के लिए चेक पोस्ट भी बना दिए गए हैं
- 24 घंटे वाला चेक पोस्ट बनाया है और सभी स्थानीय, गैर-स्थानीय लोगों की तलाशी