आतंकवाद का गढ़ बन चुके जम्मू-कश्मीर हिंदू कर्मचारियों के टारगेट किलिंग का सिलसिला रुकने का नाम नहीं ले रहा है. आज यानी बुधवार को लगातार दूसरे दिन एक और हिंदू कर्मचारी की हत्या कर दी. आतंकियों ने गुरुवार को कुलगाम में एक बैंक मैनेजर पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी. हमले के बाद बैंक मैनेजर विजय कुमार को अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. बताया जा रहा है कि विजय कुमार कुलगाम के मोहनपुर में क्षेत्रीय देहाती बैंक में तैनात थे. वह राजस्थान के हनुमानगढ़ के रहने वाले थे. आतंकियों ने गुरुवार सुबह उनके दफ्तर में घुसकर उन पर ताबड़तोड़ फायरिंग कर दी, जिससे उनकी मौत हो गई. वारदात के बाद सुरक्षाबलों ने इलाके को घेरकर सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है.
दो दिन पहले महिला शिक्षक की कर दी गई थी हत्या
इससे पहले कश्मीर के कुलगाम में आतंकियों ने स्कूल में घुसकर एक महिला शिक्षिका की हत्या कर दी थी. बताया जाता है कि आतंकियों ने कुलगाम गोपालपोरा इलाके में स्थित हाई स्कूल में एक महिला शिक्षिका पर फायरिंग कर दी. इस आतंकी घटना में वह गंभीर रूप घायल हो गई. इसके बाद उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. मृत शिक्षिका का पहचान रजनी बाला के रूप में हुई है. वह जम्मू के सांबा की रहने वाली थी.
ऑफिस में घुसकर राहुल भट्ट की भी कर दी गई थी हत्या
इससे पहले बडगाम जिले के एक तहसील में राजस्व अधिकारी के पद पर तैनात राहुल भट्ट को आतंकियों ने दफ्तर में घुसकर गोली मार कर हत्या कर दी थी. राहुल को इलाज के लिए अस्पताल ले जाया गया, जहां पर उपचार के वक्त उनका निधन हो गया था. इसके बाद देशभर में कश्मीरी पंडितों ने बड़े पैमाने पर विरोध प्रदर्शन किया था.
घाटी में पदस्थ हिंदू कर्मचारियों की सुरक्षित स्थानों पर होगी तैनात
घाटी में हिंदू कर्मचारियों की टारगेट किलिंग के बाद बढ़ते दबाव के बीच राज्य सरकार ने कश्मीर घाटी में तैनात सभी प्रवासी हिंदू कर्मचारियों और जम्मू संभाग से जुड़े अन्य लोगों को सुरक्षित स्थानों पर तैनात करने का फैसला किया है. जम्मू-कश्मीर सरकार ने बुधवार को यह जानकारी दी. एक अधिकारी ने कहा कि यह फैसला उपराज्यपाल मनोज सिन्हा की अध्यक्षता में हुई एक उच्चस्तरीय बैठक में लिया गया. इन कर्मचारियों की जान को "खतरे में देखते हुए सरकार ने घाटी में काम कर रहे कश्मीरी प्रवासी कर्मचारियों को प्रधानमंत्री पुनर्वास पैकेज के तहत 6 जून तक घाटी में सुरक्षित स्थानों पर पोस्ट करने का फैसला किया है.
अमित शाह 3 जून को जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की करेंगे समीक्षा
कश्मीर में जारी हिंदू कर्मचारियों की टारगेट किलिंग के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह 3 जून को जम्मू-कश्मीर में उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक की अध्यक्षता करेंगे, ताकि भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए व्यवस्था की जा सके. एक पखवाड़े के भीतर शाह द्वारा जम्मू-कश्मीर पर बुलाई गई यह दूसरी उच्च स्तरीय सुरक्षा समीक्षा बैठक है. गौरतलब है कि इससे पहले 17 मई को उन्होंने जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा की थी. आधिकारिक सूत्रों ने कहा कि बैठक में उपराज्यपाल मनोज सिन्हा, राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल, सेना प्रमुख जनरल मनोज पांडे, केंद्र शासित प्रदेश के अर्धसैनिक बलों, खुफिया एजेंसियों, पुलिस और नागरिक प्रशासन के शीर्ष अधिकारी शामिल होंगे. बताया जा रहा है कि इस बैठक में यह सुनिश्चित करने के लिए सभी व्यवस्थाओं पर चर्चा होगी कि टारगेट किलिंग की घटनाएं दोबारा न हों. इसके साथ ही 30 जून से शुरू होने वाली वार्षिक अमरनाथ यात्रा से पहले घाटी में सुरक्षा स्थिति को अच्छी तरह से नियंत्रण में लाया जाए.
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जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल से 15 कोर कमांडर ने की मुलाकात
टारगेट किलिंग के बीच श्रीनगर मुख्यालय वाले 15 कोर के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल अमरदीप सिंह औजला ने बुधवार को राजभवन में जम्मू-कश्मीर के उपराज्यपाल मनोज सिन्हा से मुलाकात की. उन्होंने उपराज्यपाल को केंद्र शासित प्रदेश में मौजूदा सुरक्षा परिदृश्य के बारे में जानकारी दी और आंतरिक सुरक्षा प्रबंधन से संबंधित विभिन्न महत्वपूर्ण मुद्दों पर भी चर्चा की. इस दौरान उपराज्यपाल ने जम्मू-कश्मीर में लोगों के लिए सुरक्षित वातावरण सुनिश्चित करने और चुनौतियों का सामना करने के लिए सुरक्षा एजेंसियों और नागरिक प्रशासन के बीच लगातार सतर्कता और तालमेल की जरूरत पर जोर दिया.
HIGHLIGHTS
- घाटी में तैनात हिंदू कर्मचारियों की सुरक्षित स्थानों पर होगी तैनाती
- लगातार हो रही टारगेट किलिंग की घटनाओं के बाद सरकार सक्रिय
- गृह मंत्री अमित शाह भी 3 जून को करेंगे समीक्षा बैठक
Source : News Nation Bureau