झारखंड की उपराजधानी दुमका में दरिंदों ने एक नाबालिक युवती के साथ सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया है. इस मामले में पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. घटना बीते 14 जनवरी की रात की बताई जा रही है. जब तक युवती बेहोश नहीं हो गई दरिंदे दुष्कर्म करते रहे, उसके बाद बेहोशी की हालत में उसे वहीं छोड़कर भाग गए. दो दिन बाद पीड़िता ने अपने परिवार वालों को वारदात की जानकारी दी. पीड़िता की हालत खराब होने पर परिवार वाले उसे इलाज के लिए अस्पताल में ले गए. वहां से पुलिस को जानकारी मिलने पर पुलिस ने मैजिस्ट्रेट के सामने बयान करवाए और मामला दर्ज कर पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.
जंगल में गूंजती रही युवती की चीखें
जानकारी के अनुसार युवती सोहराय का पर्व मनाने पास के गांव गई थी. देर शाम घर लौटने के दौरान रास्ते में पांच लड़कों ने उसका अपहरण कर लिया और पास के जंगल में ले गए, जहां आरोपियों ने बारी-बारी से उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया. अंधेरे जंगल में युवती की चीखें गूंजती रही, लेकिन दरिंदों को दिल नहीं पसीजा. बाद में जब युवती बेहोशी की हालत में आ गई तो वहीं उसे छोड़कर फरार हो गए. होश में आने के बाद पीड़िता किसी तरह से अपने घर पहुंची, लेकिन डर से अपने घर वालों को घटना की जानकारी नहीं दी.
पांच आरोपी गिरफ्तार
दो दिन बाद भी उसकी स्थिति नहीं सुधरी तो घरवालों ने उसे पूछताछ की तो उस बच्ची ने अपने साथ हुई हैवानियत की बात घर वालों को बताई. घटना की जानकारी मिलते ही बच्ची के परिजन सकते में आ गए. वे तुरंत बिना पुलिस को सूचना दिए सबसे पहले बच्ची को दुमका के फूलो झानो मेडिकल कॉलेज अस्पताल में इलाज के लिए ले गए. बच्ची के अस्पताल आने के बाद ही पुलिस प्रशासन को घटना जानकारी हुई. पुलिस ने इस मामले में पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है. पीड़िता का मैजिस्ट्रेट बयान दर्ज कर लिया गया है.
गांव के ही रहने वाले आरोपी
पुलिस ने गैंगरेप मामले में जिन पांच आरोपियों को गिरफ्तार किया है उसमें तीन आरोपी पीड़िता के ही गांव के ही रहने वाले हैं जबकि दो आरोपी अन्य दूसरे गांव के बताये जा रहे हैं. पीड़िता को दुमका डीसी द्वारा एक लाख रुपये और कल्याण विभाग द्वारा 20 हजार की सहायता राशि दी गई है. पीड़िता का कल इलाज के दौरान खून की कमी होने के कारण एक पुलिस जवान ने रक्त दान किया है.