बोकारो जिले के गोमिया प्रखंड अंतर्गत हजारी पंचायत स्थित खुदगड़ा गांव की सुमित्रा देवी अपने आपको जिंदा साबित करने के लिए कार्यालयों के चक्कर काट रही है. समाज कल्याण विभाग ने उसे मृत घोषित कर उसका पेंशन रोक दिया है. उसे मृत घोषित किसने किया इसका जबाव भी विभाग के पास नहीं है. अधिकारी केवल उसकी शिकायत बोकारो जिला भेजने की बात कहकर इंतजार करने की सलाह दे रहे हैं, लेकिन इंतजार के चक्कर में इनका गुजारा कैसे होगा इसके बारे में कोई समाधान नहीं निकाला जा रहा. हालांकि इस मामले को उपायुक्त ने अपने संज्ञान में लिया है.
विभाग ने 8 सितम्बर 2021 को बुजुर्ग महिला को मृत घोषित कर वृद्धा पेंशन बंद कर दिया था. हालांकि महिला को इसकी जानकारी तब हो सकी, जब उसके बाद से उसकी पेंशन आना बंद हो गई. जब उसने इसकी वजह जानी तो होश उड़ गए. विभाग की लापरवाही का खामियाजा बुजुर्ग महिला को भुगतना पड़ रहा है. गोमिया प्रखंड कार्यालय में पहले भी इस तरह का एक मामला होसिर में जनता दरबार में सामने आ चुका है. 65 वर्षीय बुजुर्ग को मृत घोषित कर दिया गया था.
मामले की जानकारी देते हुए बीडीओ कपिल कुमार ने बताया कि इस तरह का कुछ एक मामला बीएलओ द्वारा गलत सूचना इकट्ठा किए जाने के कारण हो गया. वैसे पेंशन से नाम हटाने के लिए मृत व्यक्ति या महिला के परिजनों से सत्यापित कर जांचोपरांत नाम हटना है. फिर भी अभी मामला मेरे संज्ञान में आया है. लाभुक का पेंशन स्कीम जल्द शुरू हो इसके लिए प्रयास करूंगा.
रिपोर्ट : संजीव कुमार
HIGHLIGHTS
. कार्यालयों के चक्कर काट रही सुमित्रा देवी
. अपने आप को जिंदा साबित करने में लगी सुमित्रा देवी
. 8 सितम्बर 2021 से बंद है पेंशन
. पेंशन के बिना कैसे चलेगा गुजारा?
Source : News State Bihar Jharkhand