जिंदगी के अंतिम पड़ाव के दिनों में लाठी के सहारे चलने वाले शंकर तांती 65 बसंत देख चुके हैं. शंकर जिले के बलबड्डा गांव के रहने वाले हैं और वहीं के सरकारी बैंक में उनका खाता दो दशक से है. शंकर पढ़-लिख नहीं सकते और शायद ही कभी बैंक जाते थे. जब पैसे निकालने की जरुरत पड़ती है तो बैंक जाकर निकाल लिया करते हैं. एक दिन अचानक उन्हें पता चलता है कि उनके बैंक खाते में एक भी रुपया नहीं है. जबकि शंकर के मुताबिक उनके खाते में 78 हजार रुपये जमा होने चाहिए थे. जब इस बाबत शंकर बैंक मेनेजर से मिले तो उन्होंने बताया कि उनके खाते में तो किसी शंकर शर्मा का आधार लिंक है और पैसों की निकासी भी कर ली गई है.
बुजुर्ग के खाते से उड़े 78 हजार
ये सुनते ही शंकर परेशान हो गए क्योंकि पैसों की निकासी तो उन्होंने की ही नहीं थी. ऐसे में शंकर ने जब बैंक मैनेजर से और सवाल किया तो बैंक मैनेजर ने धमकाते हुए उन्हें वहां से भगा दिया. अब इस बेबस बुजुर्ग के पास दर-दर भटकने के अलावा कोई और चारा नहीं है. शंकर तांती पर मानो दुखों का पहाड़ टूट गया है. इस गरीब बुजुर्ग ने पाई-पाई जोड़कर बैंक में रखा था. ये सोचकर कि मुसीबत में ये पैसे काम आएंगे, लेकिन बैंक की लापरवाही के चलते आज शंकर अपने ही पैसों के लिए बैंक के चक्कर काट रहे हैं. त्योहार चल रहा है. घर में हजार खर्चे, लेकिन अब शरीर साथ नहीं देता. ऊपर से जीवन भर की गाढ़ी कमाई पर भी बैंक ने ग्रहण लगा दिया.
त्योहार के समय दर-दर भटकने को मजबूर शंभू
पैसों की निकासी की खबर मिलते ही शंभू ने एसपी कार्यालय में शिकायत दर्ज करवाई. साथ ही सरकारी बैंक के मुख्यालय में जाकर भी अधिकारियों से बात की. तो यहां बैंक अधिकारियों ने उलटा शंभू को ही दोषी बना दिया और मामले पर संज्ञान लेने की बात कह कर पल्ला झाड लिया. अधिकारियों का कहना है कि शंभू को पहले से ध्यान देना चाहिए था. अधिकारियों का यह बयान उनकी कार्यशैली पर सवाल खड़े करता है. साथ ही सवाल ये भी कि क्या बुजुर्ग की भूल बस इतनी थी कि वो अनपढ़ और गरीब है? या शंभू इसलिए दोषी हैं कि गरीबी के चलते वो मोबाइल नहीं ले पाए. क्या इसमें बैंक के पढ़े लिखे अधिकारियों की कोई गलती नहीं. अब देखना ये होगा कि इस गरीब बुजुर्ग की गुहार बैंक अधिकारी और प्रशासनिक अधिकारियों तक पहुंचती है या इन्हें अपनी हालत पर छोड़ दिया जाता है.
HIGHLIGHTS
- बुजुर्ग के खाते से उड़े 78 हजार
- त्योहार के समय दर-दर भटकने को मजबूर शंभू
- बैंक अधिकारियों की कार्यशैली पर खड़े हुए सवाल
Source : News State Bihar Jharkhand