गुमला जिला का टांगीनाथ धाम इन दिनों लोगों के आस्था और विश्वास का केंद्र बना हुआ है. इस स्थल पर मौजूद भगवान शिव का त्रिशूल व फरसा लोगों को अपनी ओर आकर्षित करती है. जिसे देखने के लिए बिहार झारखंड व उड़ीसा सहित कई राज्यो से लोग आते हैं. गुमला जिला मुख्यालय से अस्सी किमी की दूरी पर हजारों फिट की ऊंचाई पर डुमरी प्रखंड में स्तिथ बाबा टांगीनाथ का मंदिर इन दिनों लोगों के लिए विशेष आस्था और विश्वास का केंद्र बना हुआ है. इस स्थान पर मुख्य गर्भ गृह में भगवान शिव एक चंदन के पेड़ में अंतरर्ध्यान हो गए हैं. जिसका लोग आकर यहां पूजा करते है. वहीं, इस स्थल पर भगवान शिव का त्रिशूल व फरसा भी है. जिसके बारे में मान्यता है कि इसे भगवान परशुराम खुद लेकर यहां आए थे.
12 से भी अधिक की संख्या में शिवलिंग मौजूद
इस स्थल पर 12 से भी अधिक की संख्या में शिवलिंग स्वतः निकला हुआ है. वहीं, स्थानीय लोगों की माने तो इस स्थान पर जब खुदाई हुई थी तो काफी मात्रा में सोने के आभूषण मीले थे. जो फिलहाल डुमरी थाना के मालखाना में रखा हुआ है. इस मंदिर में कोई पंडित पुजारी नहीं होता है. बल्कि बैगा समाज के लोग ही पूजा पाठ करवाते हैं. वहीं, इस मंदिर में नियमित रूप से लोग आकर यहां पूजा पाठ करते है. जिससे उन्हें काफी सुख समृद्धि मिलती है.
काफी प्राचीन मूर्तियां भी हैं मौजूद
इस मंदिर परिसर में काफी संख्या में शिवलिंग होने के साथ ही काफी प्राचीन मूर्तियां है. जिसके ऊपर की गई कलाकृति लोगों को अपनी ओर आकर्षित करता है. मूर्ति के ऊपर की गई कलाकृति हजारों वर्ष प्राचीन है. वहीं, मंदिर परिसर में काफी प्राचीन मूर्तियां भी मौजूद हैं. शिवलिंग के भी अद्भुत स्वरूप मौजूद है. स्थानीय लोगों की माने तो यह केंद्र लोगों के अध्ययन का केंद्र बन सकता है. यहां पर मौजूद कलाकृति अध्यन का साधन हो सकता है. उनकी माने तो इस तरह की कलाकृति देश के काफी कम स्थानों पर ही देखने को मिलती है. वहीं, इस पावन स्थल पर पहली बार पहुंचे लोगों की माने तो इस स्थान पर आकर काफी खुशी का अनुभव होता है. उन्होंने कहा कि इस स्थान पर आकर ऐसा लग रहा है कि उनका दुर्भगय है कि अब तक वे यहां क्यो नहीं आ पाए थे.
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लोग अपनी मन्नत लेकर आते हैं यहां
इस स्थान पर दूरदराज से लोग अपनी मन्नत लेकर आते हैं जो पूरी होती ही है. वहीं, जब लोगों की मान्यता पूरी हो जाती है तो लोग नियमित रूप से इस स्थान पर आकर पूजा करते है. इस स्थान पर आकर लोगों को जो खुशी मिलती है. यहां अक्सर लोगों की भीड़ लगी होती है, लेकिन इस स्थान पर सरकार का ध्यान नहीं होने के कारण सही रूप से इसका विकास नहीं हो पाया है. अगर सरकार ने इस पर ध्यान दिया होता तो आज इसे एक बड़ी पहचान मिल गई होती. सभी लोग इस मंदिर के महत्व को जान पाते.
रिपोर्ट - सुनील कुमार
HIGHLIGHTS
- 12 से भी अधिक की संख्या में शिवलिंग मौजूद
- काफी प्राचीन मूर्तियां भी हैं मौजूद
- लोग अपनी मन्नत लेकर आते हैं यहां
Source : News State Bihar Jharkhand