झारखंड की राजनीती में अगर शिबू सोरेन का नाम ना लिया जाये तो राजनीति शब्द के साथ बेइमानी होगी. वैसे तो शिबू सोरेन ने कई काम राजनीति से उठकर किए हैं लेकिन एक बार जब आंदोलन के दिनों में जेल में बंद हुए थे तो उनकी एक अपील पर जेल के कैदियों ने उपवास रखा था. यानि खाना नहीं खाया था और जो पैसे कैदियों के भोजन ना करने से बचे थे उनसे गीता छठ की व्रती महिलाओं के लिए पूजा पाठ का सामान लाया गया था और जेल में गीता छठ का व्रत रखा गया था. इस पूरे वाकये को सीएम हेमंत सोरेन ने एक किताब के पन्ने को ट्विटर पर शेयर करते हुए पूरी बात बताई है.
ये भी पढ़ें-Sarhul Festival 2023: रांची में निकाली गई भव्य शोभायात्रा, नाचते-गाते नजर आए आदिवासी लोग
सीएम हेमंत सोरेन ने ट्वीट किया, 'आज अनुज भैया द्वारा लिखित किताब को पलट रहा था. आंदोलन के दिनों में जब आदरणीय बाबा दिशोम गुरु शिबू सोरेन जी जेल में बंद थे यह तब की घटना है. संयोग देखिए आज ही यह प्रसंग मेरे सामने आया और आज ही नहाय-खाय से चैती छठ का आयोजन प्रारंभ हो रहा है. अपने सिद्धांतों पर अड़े रहते हुए, अपने लोगों को हक दिलवाने के लिए संघर्ष करते हुए, कठिन परिस्थितियों में भी सभी के प्रति समभाव/आदरभाव की अनूठी मिसाल है यह. अद्भुत व्यक्तित्व.. अभी बहुत कुछ लिखा जाना बाकी है..- पृष्ठ सं.- 81...आप सभी को चैती छठ पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं और जोहार.'
अपने सिद्धांतों पर अड़े रहते हुए, अपने लोगों को हक दिलवाने के लिए संघर्ष करते हुए, कठिन परिस्थितियों में भी सभी के प्रति समभाव/आदरभाव की अनूठी मिसाल है यह। अद्भुत व्यक्तित्व.. अभी बहुत कुछ लिखा जाना बाकी है..
- पृष्ठ सं.- 81आप सभी को चैती छठ पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं और जोहार।
— Hemant Soren (@HemantSorenJMM) March 25, 2023
क्या लिखा है पेज पर?
दरअसल, अनुज कुमार सिन्हा द्वारा लिखी गई पुस्तक दिशोम गुरू शिबू सोरेन के 81 पेज पर लिखा है, 'गीता को छठ कराया जेल में: जेल में शिबू सोरेन की लोग काफी इज्जत करते थे. एक दिन गीता नामक एक महिला कोई गीत गा रही थी. शिबू सोरेन ने मुझसे पूछा, 'झगडू, ये महिला क्या कर रही है?' मैंने जवाब दिया, 'ये बिहारी महिला है और किसी मामले में जेल में बंद है. छठ आ गया है. यह हर साल छठ करती है; लेकिन इस बार जेल में रहने के कारण यह छठ नहीं कर पा रही है. इसलिए गीत गाकर संतोष कर रही है.' उसी समय शिबू सोरेन ने कहा, 'उससे कहो कि वह छठ करे. हम लोग उसके लिए पूजा के सामान की व्यवस्था करेंगे.' इसके बाद जेल के सभी कैदियों ने एक शाम उपवास रखकर पैसे जमा कर पूजा का सामान मँगवाया, ताकि गीता छठ कर सके. उन दिनों जेल में छठ की व्यवस्था नहीं होती थी, लेकिन सिर्फ गीता के लिए यह व्यवस्था की गई. गीता को भी भरोसा नहीं था कि उसके लिए शिबू सोरेन ऐसी व्यवस्था कर सकते हैं.'
HIGHLIGHTS
- शिबू सोरेन के पुराने दिनों को सीएम हेमंत सोरेन ने किया याद
- एक वाकया सीएम हेमंत सोरेन ने किया ट्विटर पर शेयर
- गीता छठ के एक वाकये को सीएम सोरेन ने किया साझा
Source : News State Bihar Jharkhand