झारखंड में बीजेपी को 4 सालों के बाद नेता प्रतिपक्ष मिला है, जहां बीजेपी ने विधायक अमर बाउरी को लगभग बीजेपी विधायक दल की जिम्मेदारी देकर नेता प्रतिपक्ष बनाया है. चुनाव से पहले अमर बाउरी को नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदार सौंपना बीजेपी का मास्टर स्ट्रोक माना जा रहा है. बीजेपी एक तरफ बाबूलाल मरांडी को प्रदेश अध्यक्ष बना कर बीजेपी ने एसटी वोटर को अपनी तरफ करने की कोशिश की है. वहीं, अमर बाउरी को नेता प्रतिपक्ष की जिम्मेदारी देकर बीजेपी ने आगामी चुनाव से पहले एससी कार्ड खेल दिया है. दरअसल, अमर बाउरी बीजेपी के लिए एक बड़ा दलित चेहरा है. झारखंड में दलित वर्ग की आबादी करीब 16.33 फीसदी है और राज्य में 81 में से 9 विधानसभा सीटें अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित की गई है.
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नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद पहली बार रांची पहुंचे अमर बाउरी
नेता विधायक दल की जिम्मेदारी मिलने और नेता प्रतिपक्ष बनाए जाने के बाद पहली बार अमर बाउरी रांची पहुंचे, जहां एयरपोर्ट पर नव नियुक्त नेता प्रतिपक्ष अमर बाउरी का बीजेपी कार्यकर्ताओं ने जोरदार स्वागत किया. अमर बाउरी छत्तीसगढ़ में थे, जब उन्हें नेता प्रतिपक्ष बनाया गया था. कार्यकर्ताओं ने आतिशबाजी भी की. इस दौरान झारखंड बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी समेत पार्टी के सभी सीनियर नेता मौजूद रहे.
बीजेपी ने चुनाव से पहले खेला मास्टर कार्ड
बीजेपी ने पिछले चुनाव में 9 एससी आरक्षित सीटों में से 6 पर कब्जा करने में सफलता हासिल की थी. आरक्षित सीटों के अलावा दूसरे विधानसभा क्षेत्रों में भी दलित आबादी काफी है. ऐसे में अमर बाउरी को बड़ी जिम्मेदारी देकर बीजेपी दलित वोट को साधने में लगी है. एक तरफ बीजेपी के फैसले से पार्टी में उत्साह का माहौल है. तो वहीं दूसरी ओर मिशन 24 को साधने के लिए बीजेपी के एससी+एसटी कार्ड पर सूबे की सत्ताधारी दल जोरदार तरीके से हमलावर है. जहां जेएमएम का कहना है कि चंदनक्यारी विधानसभा के बाहर कोई अमर कुमार बाउरी को जानता तक नहीं है.
बीजेपी नेताओं ने दी बधाई
अगली बार वो चंदन क्यारी जीत पाएंगे, ये भी बड़ा सवाल है. वहीं, मंत्री आलमगीर आलम ने भी अमर बाउरी को नई जिम्मेदारी के लिए बधाई देते हुए कहा कि बाउरी कोई फैक्टर नहीं बन पायेंगे. सत्ता पक्ष ने अमर बाउरी के बहाने बीजेपी पर निशाना साधा तो बीजेपी नेता सुबोध सिंह ने भी पलटवार करते हुए कहा कि एक साधारण से साधारण कार्यकर्ता को भी बीजेपी फर्श से अर्श तक पहुंचाती है और इसका उदाहरण अमर बाउरी हैं. बीजेपी ने साथ ही दावा किया कि अमर बाउरी के बेहतर काम से सत्ता पक्ष बौखलाया हुआ है.
झारखंड में SC-ST किंगमेकर
झारखंड में SC-ST किंगमेकर की भूमिका निभाते हैं. यही वजह है कि बीजेपी ने पहले बाबूलाल मरांडी को प्रदेश अध्यक्ष की जिम्मेदारी देते हुए ट्राइबल वोटरों को साधने की कवायद की और फिर एससी वोटरों को लुभाने के लिए अमर बाउरी को बड़ी जिम्मेदारी सौंपी है. यहां सवाल यह उठता है कि क्या बीजेपी का ये दांव आने वाले चुनाव में बीजेपी की उम्मीदों पर खरा उतरेगा.
HIGHLIGHTS
- रांची पहुंचे अमर बाउरी
- बीजेपी कार्यकर्ताओं ने किया जोरदार स्वागत
- बीजेपी ने चुनाव से पहले खेला मास्टर कार्ड
Source : News State Bihar Jharkhand