रामगढ़ में इन दिनों चमत्कार हो रहा है. क्योंकि झारखंड में नए आलू की खुदाई हुई भी नहीं और बाजारों में नए आलू बिकने लगे हैं. रामगढ़ के बाजारों में इन दिनों नए आलू की खरीदारी खूब हो रही है. ग्राहक महंगी कीमत पर भी नए आलू खरीद रहे हैं, लेकिन सवाल उठता है कि अगर नए आलू की खुदाई हुई ही नहीं तो ये आलू आ कहां से रहे हैं. इसका जवाब है मिलावटखोरी. दरअसल रामगढ़ जिले में व्यापारी आलू में मिलावट खोरी कर ज्यादा कीमत पर आलू बेच रहे हैं. ज्यादा मुनाफा कमाने के लिए व्यापारी कोल्ड स्टोर से निकाले गए पुराने आलू को केमिकल युक्त रंग के साथ मिट्टी में मिलाकर उसे नए आलू जैसा रूप दे देते हैं और इसे नया आलू बनाकर बाजारों में बेच देते हैं.
एसिड से करते हैं आलू का साफ
इसके लिए सबसे पहले कोल्ड स्टोरेज से नया आलू निकालकर उसे छांव में सुखाया जाता है. फिर जमीन खोदकर उसमें पानी भरा जाता है और उसमें आलू डाल दिया जाता है. इसके बाद उस गड्ढें में रंग और बालू वाली मिट्टी को डालकर मिलाया जाता है. इस पानी में एसिड भी डालते हैं ताकि आलू का ऊपरी परत झुलस जाए. इसके बाद आलू को गड्ढे से निकाल कर कपड़े से साफ किया जाता है और इस एसिड और कैमिकल युक्त आलू को नया बताकर बेच दिया जाता है.
जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़
वहीं, आलू में मिलावटखोरी करने वाले सब्जी व्यापारियों की दलील है कि आलू को चिकना करने के लिए मिट्टी का इस्तेमाल करते हैं और इससे कुछ नुकसान नहीं होता है. व्यापारी कितनी भी सफाई क्यों ना दे दे, लेकिन इस बात को नजरअंदाज नहीं कर सकते कि चंद रुपयों के लिए रामगढ़ के व्यापारी वहां की जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहे हैं. वहीं, जिले के खाद्य सुरक्षा पदाधिकारी दीपश्री ने मामले को संज्ञान में ले लिया है. साथ ही अनुमंडल पदाधिकारी जावेद हुसैन ने भी मामले की जांच का भरोसा दिया है.
बहरहाल, अधिकारियों ने जांच का आश्वासन दे दिया है. अब देखना ये होगा कि जनता के स्वास्थ्य से खिलवाड़ करने वालों पर कब तक कार्रवाई होती है.
रिपोर्ट : अनुज कुमार
HIGHLIGHTS
- कहीं आप भी तो नहीं खा रहे जहरीले आलू
- एसिड से करते हैं आलू का साफ
- फायदे के लिए लोगों की जान से खिलवाड़
Source : News State Bihar Jharkhand