लोकसभा चुनाव के नतीजे आने के बाद से कई राज्य विधानसभा चुनाव को लेकर तैयारी में जुट चुके हैं. इसी कड़ी में झारखंड में भी राजनीतिक पार्टियों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है. एक तरफ चंपई सरकार लगातार प्रदेशवासियों को नई-नई सौगात देते नजर आ रहे हैं तो दूसरी तरफ एनडीए भी राज्य सरकार को घेरने का एक मौका नहीं छोड़ रही है. इसी कड़ी में असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा झारखंड पहुंचे, जहां उन्होंने प्रदेश सरकार पर जमकर निशाना साधा. बिस्वा ने कहा कि प्रदेश में आदिवासियों के सामने सबसे बड़ा मुद्दा घुसपैठ का है. इसे भारतीय सेना भी मान चुकी है कि इस तरह के घुसपैठ का मामला कभी नहीं देखा. इन घुसपैठियों ने प्रदेश को खोखला कर दिया है. घुसपैठियों को रोकने के लिए केंद्रीय गृह मंत्रालय सब कुछ कर सकता है, लेकिन यहां सवाल यह उठता है कि इन घुसपैठियों को राज्य में शरण कौन देता है?
असम के सीएम ने चंपई सरकार पर साधा निशाना
ये घुसपैठ प्रदेश में आकर आदिवासियों की बेटियों को शादी के जाल में फंसाकर उनसे उनका जमीन छीन रहे हैं. हमने असम में बीएसएफ को सीमा के 50 किमी के भीतर काम करने का अधिकार दिया है और झारखंड सरकार को भी बीएसएफ को पूर्ण अधिकार देना चाहिए ताकि वह प्रदेश में घुसपैठ को रोक सके.
झारखंड में घुसपैठ सबसे बड़ा मुद्दा
आगे बोलते हुए बिस्वा ने कहा कि केंद्र सरकार के पास सीमा तक की ही शक्ति होती है. अगर राजधानी रांची में आकर रोहिंग्या रह रहे हैं तो केंद्र सरकार उसकी पहचान नहीं कर सकी बल्कि राज्य सरकार को इसका पता करना चाहिए. इसे रोकने के लिए अगर राज्य सरकार केंद्र को शक्ति देती है तो हम इसका स्वागत करेंगे.
आगामी विधानसभा चुनाव को लेकर एनडीए का कार्यक्रम तय
आपको बता दें कि झारखंड में कुल विधानसभा की 81 सीटें हैं और इसी साल विधानसभा का चुनाव होना है. जिसे लेकर सभी पार्टियां जोरशोर से तैयारी में जुट चुकी है. वहीं, जुलाई महीने से विधानसभा चुनाव को लेकर झारखंड में एनडीए का कार्यक्रम तय किया जा चुका है.
HIGHLIGHTS
- झारखंड दौरे पर पहुंचे असम के CM बिस्वा
- चंपई सरकार पर साधा निशाना
- कहा- प्रदेश में घुसपैठ सबसे बड़ा मुद्दा
Source : News State Bihar Jharkhand