13 मई से झारखंड में लोकसभा चुनाव की शुरुआत होने जा रही है. इसे लेकर हर राजनीतिक पार्टी जोरशोर से तैयारी में जुटी हुई है. इस बीच ईडी की कार्रवाई प्रदेश में तेजी से चल रही है. हाल ही में कांग्रेस नेता आलमगीर आलम के सचिव के नौकर के घर से करीब 35 करोड़ कैश जब्त किया गया. जिसके बाद से विपक्ष राज्य सरकार पर जमकर हमला बोल रही है. प्रदेश के पूर्व सीएम और प्रदेश भाजपा अध्यक्ष बाबूलाल मरांडी ने झारखंड सचिवालय स्थित दफ्तर में ईडी की छापेमारी को लेकर राज्य सरकार और टॉप ब्यूरोक्रेसी को लेकर सवाल उठाया है. पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि ईडी की टीम आखिरकार भ्रष्टाचार के उद्गम स्थल और भ्रष्ट अधिकारियों के सेफ हाउस झारखंड तक पहुंच चुकी है. बीते दिन कार्रवाई भले ही ग्रामीण विकास विभाग से जुड़े मामले में की गई है, लेकिन ईडी की दस्तक से पिछले 5 सालों से भ्रष्टाचार कर रहे लोगों की हालत पतली हो गई है.
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भ्रष्टाचारियों की हालत हुई पतली
वहीं, बाबूलाल मरांडी ने कहा कि ईडी की तलाशी को लेकर राज्य के चीफ सेक्रेटरी ने डीजीपी को तलब किया है. यह साफ दर्शाता है कि दाल में कुछ काला नहीं, बल्कि पूरी दाल ही काली है. इसके साथ ही अपने ऑफिशियल एक्स हैंडल पर ट्वीट कर मरांडी ने लिखा कि ईडी की टीम आखिरकार भ्रष्टाचार के उद्गम स्थल, भ्रष्ट मंत्रियों और अधिकारियों के 'सेफ हाऊस' झारखंड मंत्रालय तक पहुंच ही गई। कल की कारवाई भले ग्रामीण विकास विभाग से जुड़े मामले में हुई है, लेकिन ईडी के दस्तक भर से मंत्रालयों में बैठकर पिछले 5 सालों से भ्रष्टाचार का सिंडिकेट चला रहे लोगों की भी हालत पतली हो गई है। मुख्य सचिव द्वारा आनन-फानन में डीजीपी को तलब किया जाना दर्शाता है कि दाल में कुछ काला नहीं है, बल्कि पूरी दाल ही काली है।
ईडी की टीम आखिरकार भ्रष्टाचार के उद्गम स्थल, भ्रष्ट मंत्रियों और अधिकारियों के 'सेफ हाऊस' झारखंड मंत्रालय तक पहुंच ही गई।
कल की कारवाई भले ग्रामीण विकास विभाग से जुड़े मामले में हुई है, लेकिन ईडी के दस्तक भर से मंत्रालयों में बैठकर पिछले 5 सालों से भ्रष्टाचार का सिंडिकेट चला रहे… pic.twitter.com/marNEYjV0D
— Babulal Marandi (Modi Ka Parivar) (@yourBabulal) May 9, 2024
मुख्य सचिव हड़बड़ी करने की बजाय ये बताएँ कि उनका गोपनीय पत्र नोटों के पहाड़ के बीच कैसे पहुंचा? लगातार आगाह करने के बावजूद कुछ अधिकारी भ्रष्ट गतिविधियों से बाज नहीं आ रहे हैं तो एक बार अपने कुनबे के साथी पूजा सिंघल और छवि रंजन का हश्र देख लें! चुकी इस JMM-कांग्रेस सरकार ने भ्रष्टाचार के रिकॉर्ड तोड़ने की कसम खा ही रखी है, तो अब ये अधिकारियों के विवेक पर निर्भर है कि उन्हें सोरेन परिवार की चरण वंदना करते हुए भ्रष्टाचार में सहभागी बनना है या झारखंड को विकसित बनाना है...
HIGHLIGHTS
- बाबूलाल मरांडी ने राज्य सरकार पर साधा निशाना
- कहा- भ्रष्टाचारियों की हालत हुई पतली
- ईडी की टीम आखिरकार भ्रष्टाचार के उद्गम स्थल पर पहुंची
Source : News State Bihar Jharkhand