गिरिडीह में हुए बस दुर्घटना मामले में नया खुलासा हुआ है. मिली जानकारी के अनुसार जिस बस की दुर्घटना में चार लोगों की मौत हो गई उस बस का परिचालन स्कूटर के इंश्योरेंस पर हो रहा था. कल गिरिडीह में हुए बस हादसे में चार लोगों की मौत हो गई थी. जिससे बाद पुलिस जांच जारी थी. अब जांच में पता चला है कि हादसे का शिकार हुई बस स्कूटर के इंश्योरेंस पर चल रही थी. जबकि दुर्घटनाग्रस्त बस का इंश्योरेंस नहीं था.
स्कूटर के इंश्योरेंन्स पर दौड़ती बस
दुर्घटनाग्रस्त आलीशान बस का आरसी नंबर जेएच-07एच /2906 है और आरसी में मालिक का नाम राजू खान दर्ज है. जबकि इस आरसी नंबर पर जब इंश्योरेंस पेपर की जांच की गई तो उसमें पॉलिसी नंबर 1130003123010240021524 है और वाहन के मॉडल में बजाज स्पीरिट दर्ज है जो स्कूटर है. यह पॉलिसी पंकज कुमार के नाम से जारी की गई है और इसमें रजिस्ट्रेशन ऑथोरिटी गुमला दर्ज है.
हादसे में 4 लोगों की हुई मौत
आपको बता दें कि गिरिडीह के डुमरी मुख्य मार्ग के बराकर के पास शनिवार रात को बस अनियंत्रित होकर पुल से नीचे बराकर नदी में गिर गई थी. हादसे में चार लोगों की मौत हो गई थी और 23 लोग घायल हो गए थे. हादसे के वक्त बस को चालक टिंकू मंडल चला रहा था. चालक की साइड से ही बस पलटी थी. वहीं, हादसे पुष्टि गिरिडीह डीसी प्रियेश लकड़ा ने की थी. इस मामले को लेकर डीसी प्रियेश लकड़ा ने कहा था कि बस दुर्घटना मामले में जो भी दोषी है उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी और बस स्टैंड से खुलने वाले सभी वाहनों की परमिट और कागजात की जांच की जाएगी. डीसी श्री लकड़ा ने बताया कि दुर्घटना में मृतकों के परिजनों को तत्काल एक लाख का मुआवजा अभी दिया जाएगा और इसके बाद राज्य सरकार के द्वारा जो भी मुआवजे की घोषणा की जाएगी वह राशि भी मृतकों के परिजनों को दी जाएगी. इसके अलावा सरकार दुर्घटना में गंभीर रूप से घायल लोगों को भी मुआवजा देने की तैयारी कर रही है.
सीएम हेमेंत सोरेन ने जताया दुख
हादसे को लेकर सीएम हेमंत सोरेन ने दुख जताते हुए ट्वीट किया, ' झारखण्ड के गिरिडीह में रांची से गिरिडीह आ रही बस की बराकर नदी में दुर्घटनाग्रस्त होने का दुःखद समाचार मिला है. जिला प्रशासन और झामुमो नेताओं और कार्यकर्ताओं द्वारा बचाव कार्य किया जा रहा है.'
HIGHLIGHTS
- गिरिडीह में बस हादसे में बड़ा खुलासा
- नहीं था बस का इंश्योरेंन्स
- स्कूटर के इंश्योरेंन्स पर चल रही थी बस
Source : News State Bihar Jharkhand